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बिहार: जेल में बने खाद से लहलहाएंगे खेत में लगे फसल, कचरे से वर्मी कंपोस्ट खाद तैयार करेंगे कैदी

प्रशिक्षित कैदी जेल के अंदर से रोजाना निकलने वाले कचरा को रिसाइकिल कर बिना किसी लागत के वर्मी कंपोस्ट तैयार करेंगे. इस काम के लिए अभिरुचि के अनुसार प्रथम चरण में 20 कैदियों को चिह्नित कर उन्हें प्रशिक्षण दिया गया है.

By Prabhat Khabar News Desk | May 11, 2023 12:30 AM
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मोतिहारी: सेंट्रल जेल मोतिहारी के कैदी बेकार कचरे से वर्मी कंपोस्ट खाद तैयार करेंगे. इसके लिए जेल में उन्हें वर्मी कम्पोस्ट का प्रशिक्षण दिया जा रहा है. प्रशिक्षित कैदी जेल के अंदर से रोजाना निकलने वाले कचरा को रिसाइकिल कर बिना किसी लागत के वर्मी कंपोस्ट तैयार करेंगे. इस काम के लिए अभिरुचि के अनुसार प्रथम चरण में 20 कैदियों को चिन्हित कर उन्हें प्रशिक्षण दिया गया है. वर्मी कंपोस्ट उत्पाद समूह के कैदी जेल के अंदर से दैनिक कार्य के बाद निकलने वाले कचरा का उपयोग कर वर्मी कंपोस्ट निर्माण करेंगे. इसके लिए जेल के अंदर विशेषज्ञों की देखरेख में कोठा प्लांट बनाया गया है. इस प्लांट में प्रशिक्षित कैदी वर्मी कंपोस्ट का निर्माण कार्य करेंगे.

जेल में होगा आर्गेनिक फार्मिंग 

जेल अधीक्षक विधु कुमार ने बताया कि वर्मी कंपोस्ट उत्पादन से जहां कैदी स्वाबलंबी बनेंगे वहीं जेल में होने वाले खेती-बाड़ी में वर्मी कंपोस्ट खाद का उपयोग कर आर्गेनिक सब्जियों का उत्पादन किया जाएगा. कैदियों को प्रशिक्षित करने के लिए प्रथम चरण में परसौनी कृषि विज्ञान केन्द्र के विषय वस्तु विशेषज्ञ मृदा विज्ञान के वैज्ञानिक आशीष राय व पिपराकोठी कृषि विज्ञान केन्द्र के विषय वस्तु विशेषज्ञ फसल उत्पादन आनंद कुमार ने कैदियों को वर्मी कम्पोस्ट का तीन दिवसीय प्रशिक्षण दिया. वैज्ञानिकों ने कैदियों को जैविक कचरा को रिसाइकिल कर वर्मी कंपोस्ट उत्पादन की ट्रेनिंग दी. इसके लिए उनसे प्रोजेक्ट के तौर पर कार्यशाला भी आयोजित किया गया. प्रशिक्षण प्राप्त कैदियों ने वर्मी कंपोस्ट उत्पादन के लिए इच्छा जतायी तो जेल प्रशासन ने प्लांट का निर्माण कर गोबर उपलब्ध कराया और संबंधित विभाग ने वर्मी कंपोस्ट उत्पादन के लिए केंचुआ दिया.

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कैदियों द्वारा तैयार खाद को बाजार दर पर बेचा जाएगा 

जेल अधीक्षक ने बताया कि जेल में कैदियों द्वारा तैयार वर्मी कम्पोस्ट को बाजार दर पर खुले बाजार में बिक्री का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. बताया कि अब जेल में तैयार वर्मी कम्पोस्ट से किसानों के खेत में लगे फसल लहलहाएगा. फिलहाल जेल में 32 सौ कैदी हैं. रोजाना काफी कचरा जमा हो जाता है. स्वच्छता के दृष्टिकोण से वेस्ट मैनेजमेंट को देखते हुए कैदियों को वर्मी कम्पोस्ट का प्रशिक्षण दिया जा रहा है प्रशिक्षण लेने वाले संसीमित पुरूष बंदियों में मो साहेब, विशेश्वर पूरी, सुनील साह, राजेन्द्र सिंह, शोभी यादव, धुर राम, जिसान अली, महेंद्र प्रसाद, पंकज सिंह, संजीत सिंह, राहुल कुमार, नारायण नट, मनीष यादव सहित अन्य शामिल हैं.

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