बिहार को सूखाग्रस्त घोषित करने की बात कहते हुए कृषि मंत्री ने कह दी ये बड़ी बात,जानें क्या

बिहार सरकार (Bihar government) के कृषि मंत्री सुधाकर सिंह ने कहा कि मैं किसान का बेटा हूं. किसानों के दर्द को भली-भांति जानता हूं. हम किसानों के पक्ष में ही फैसला लेंगे, जिस दिन लगेगा कि मैं किसानों के हक में फैसला लेने में असमर्थ हूं, उस दिन इस कुर्सी पर नहीं रहूंगा.

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 19, 2022 8:24 PM
an image

बिहार में महागठबंधन की सरकार बनते ही शपथ लेने के बाद पहली बार कैमूर पहुंचे बिहार सरकार के कृषि मंत्री सुधाकर सिंह ने किसानों के लिए बड़ा ऐलान किया. कृषि मंत्री ने कहा कि बिहार को सूखाग्रस्त घोषित किया जाएगा. इसके अलावे जिन किसानों को मौसम की मार झेलनी पड़ी, उन्हें एकमुश्त मुआवजा प्रदान किया जाएगा.

‘आकल के बीच हमने संभाला कार्यभार’

बिहार सरकार के कृषि मंत्री सुधाकर सिंह ने कहा कि जिन किसनों ने पूंजी लगाकर खेती की और उनकी फसलें सिंचाई के अभाव में मर रही है. ऐसे सारे किसानों को बिहार सरकार मुआवजा देगी. कृषि मंत्री ने आगे कहा कि मैंने इतिहास के उस दौर में मंत्री पद का शपथ लिया, जब बिहार के किसान सूखे को लेकर परेशान हैं. सुधाकर सिंह ने आगे कहा कि पहले सैकड़ों साल में एक बार अकाल आता था. अब फिर से एक बार बिहार में लगभग वही दौर है, हमने अकाल के बीच कार्यभार संभाला है. सभी किसानों को राहत राशि दी जाएगी.

‘चुनौती को करते हैं स्वीकार’

कृषि मंत्री सुधाकर सिंह ने कहा कि बिहार के जिन किसानों ने खेती में पूंजी लागयी है. उन किसानों को कम से कम पूंजी वापस दिलाने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है. उन्होंने आगे कहा कि बिहार के किसानों के लिए यह संकट का समय है. इंसानों के साथ जीव-जंतु भी संकट की स्थिति में है.सरकार के समक्ष किसानों को राहत पहुंचाने के लिए यह चुनौती है. इस चुनौती को हम स्वीकार करते हैं.

‘बिहार को सूखाग्रस्त घोषित किया जाएगा’

कृषि मंत्री सुधाकर सिंह ने बताया कि किसानों को राहत पहुंचाने के लिए महागठबंधन की सरकार हर संभव कदम उठाएगी. इसके लिए अगर पूरे बिहार को सूखाग्रस्त घोषित करने की नौबत आई तो. वह भी किया जाएगा. कृषि मंत्री ने कहा कि हम किसानों को दो स्तर में राहत देने जा रहे हैं पहला सूखा धोषित करना और दूसरा मुआवजा. इसके अलावे फसल के लिए बीज से लेकर खाद तक अलग से मुहैया कराएंगे. अकाल की स्थिति को देखते हुए देश और राज्य स्तर पर हम वैज्ञानिकों को बुलाएंगे कि हम किसानों को सही सलाह दे सकें. सुधाकर सिंह ने आगे कहा कि मैं किसान का बेटा हूं. किसानों के दर्द को भली-भांति जानता हूं. हम किसानों के पक्ष में ही फैसला लेंगे, जिस दिन लगेगा कि मैं किसानों के हक में फैसला लेने में असमर्थ हूं, उस दिन इस कुर्सी पर नहीं रहूंगा.

Exit mobile version