Agriculture News: बिहार कृषि विश्वविद्यालय में बाढ़ और सूखे से निपटने के लिए फसल की नयी प्रजाति तैयार करने की योजना है. इससे आम लोगों को भी कई फायदे मिलने वाले है. साथ ही किसानों को भी इससे बढ़िया मुनाफा होने वाला है. बीएयू के नए कॉलेज में इस काम को किया जाएगा. यह काम कॉलेज ऑफ एग्रीकल्टरल बायोटेक्नोलाजी में होने जा रहा है. बता दें कि कालेज में पढ़ाई भी शुरू हो चुकी है.
राज्य में सूखा और बाढ़ दोनों से ही प्रभावित जिले है. कई जिले ऐसे है, जहां बाढ़ के साथ ही सूखे की भी स्थिति बनी रहती है. फसलों को नुकसान होता है. इस कारण किसानों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है. इसे देखते हुए धान के साथ ही मोटे अनाजों की प्रजाति तैयार की जाएगी. इसके अलावा भी कई अनाजों की प्रजाति को तैयार किया जाएगा. बीएयू में जलवायु परिवर्तन से निपटने की भी तैयारी की जाएगी. मोटे अनाजों की नई वैरायटी को तैयार किया जाएगा. इससे किसानों को आर्थिक लाभ मिलेगा. साथ ही आम लोगों को इस फसल से फायदा पहुंचेगा.
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इस नयी फसल से लोगों को स्वस्थ्य रहने में मदद मिलेगी. जानकारी के अनुसार शोध के कार्यों को बढ़ावा देने के लिए यहां लैब 24 घंटों खुले रहेगी. इससे वैज्ञानिकों को काम करने में काफी सहायता मिलेगी. साथ ही इस लक्ष्य को भी जल्द से जल्द पूरा कर लिया जाएगा. इस मामले में कालेज के कुलपति डॉ दुनियाराम सिंह ने भी कहा है कि प्राथमिकता वाले अनाजों पर काम शुरू किया जाएगा. उन्होंने यह बताया कि वैज्ञानिकों को हर साल का लक्ष्य दिया जाएगा.
Published By: Sakshi Shiva