बिहार: अब मशरूम से मालामाल होंगी छात्राएं, पढ़ाई के साथ-साथ एक्सपर्ट से ट्रेनिंग लेकर करेंगी उत्पादन
Bihar News: पटना वीमेंस कॉलेज के बायोटेक्नोलॉजी विभाग की ओर से बटन मशरूम के व्यावसायिक उत्पादन के लिए मशरूम की खेती इकाई स्थापित की गयी है. यह इकाई कॉलेज के ग्राउंड के आखिरी छोर पर बने के जिम के पास बनाया गया है.
Agriculture News: पटना वीमेंस कॉलेज के बायोटेक्नोलॉजी विभाग की ओर से बटन मशरूम के व्यावसायिक उत्पादन के लिए मशरूम की खेती इकाई स्थापित की गयी है. यह इकाई कॉलेज के ग्राउंड के आखिरी छोर पर बने के जिम के पास बनाया गया है. इसका उद्घाटन कॉलेज की प्राचार्या डॉ सिस्टर मारिया रश्मि एसी ने 6 मई को किया था. बटन मशरूम के व्यावसायिक उत्पादन के लिए एमएससी बायोटेक्नोलॉजी की छात्राओं को प्रशिक्षित करने के लिए इकाई विकसित की गयी है.
हर तीन महीने पर 600 किलो बटन मशरूम होगा तैयार
हॉर्टिकल्चर व मशरूम कल्टीवेशन एक्सपर्ट न्यूटन कुमार ने 24 छात्राओं को इसका प्रशिक्षण दिया है. इस इकाई की देख-रेख की जिम्मेदारी विभाग की एचओडी डॉ आरती कुमारी, शिक्षक डॉ विवेक राज और स्टाफ आशीष कुमार को मिली है. डॉ आरती कुमारी ने बताया कि इकाई शुरू करने का विचार प्राचार्या का था. हर तीन महीने पर मशरूम तैयार होगा. इकाई में मौजूद तीन टन कंपोस्ट से हर तीन महीने पर 600 किलो बटन मशरूम का उत्पादन होगा.
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समय-समय पर एक्सपर्ट देंगे ट्रेनिंग
बता दें कि आने वाले समय में छात्राएं बटन मशरूम के अलावा पैडी स्ट्रा मशरूम और अन्य तरह के मशरूम का उत्पादन करेंगी. इसके लिए समय-समय पर एक्सपर्ट की ओर से ट्रेनिंग भी मिलेगी. कॉलेज की प्राचार्या ने बताया कि मशरूम उत्पादन के बाद इन्हें फिलहाल कॉलेज के टीचर्स और छात्राएं इस्तेमाल करेंगी. छात्राओं का मशरूम का उत्पादन करना उनके भविष्य के लिए काफी फायदेमंद साबित होगा. इनके लिए रोजगार के अवसर बढ़ेंगे. फिलहाल, 24 छात्राओं को इसका प्रशिक्षण दिया है. लेकिन, आगे इसमें विस्तार किया जाएगा. इकाई में मौजूद तीन टन कंपोस्ट से हर तीन महीने पर 600 किलो बटन मशरूम का उत्पादन का लक्ष्य रखा गया है.
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