पटना. बिहार में गंगा नदी पर बन रहा 1716 करोड़ का पुल रविवार को रेत की दीवार की तरह ध्वस्त हो गया. गंगा नदी पर भागलपुर के सुल्तानगंज से खगड़िया के अगुवानी के बीच बन रहा फोरलेन पुल निर्माण के दौरान दूसरी बार ढहा है. पिछले साल इसी पुल का स्ट्रक्चर ध्वस्त हो गया था. 2014 से ही बन रहे इस पुल को पूरा करने की समय सीमा आठ दफे फेल हो चुकी थी. आज के हादसे के बाद न केवल एक और डेट लाइन फेल हो गयी बल्कि अब यह पुल कब तक बनकर तैयार होगा,यह नहीं कहा जा सकता है.
इसी महीने यानि जून 2023 में पुल का काम पूरा नहीं होने पर आठवीं बार पुल को पूरा करने की समयसीमा बढ़ाने का फैसला लिया गया था. पुल पूरा तो नहीं हुआ, बल्कि एक बड़ा हिस्सा आज ध्वस्त हो गया. हजारों ग्रामीणों के सामने पुल रेत की दीवार की तरह गिरता रहा. लोग सकते थे कि पुल आखिर ऐसे कैसे गिर सकता है. गंगा की हिलोर समुद्र जैसी हो गयी. नाव को लेकर नाविक जैसे तैसे किनारे आये. स्थानीय लोगों ने बताया कि जिस समय पुल गिरना शुरू हुआ, उस वक्त उसके ऊपर कई आदमी काम कर रहे थे. हालांकि अब तक इसकी पुष्टि नहीं हुई है कि इस हादसे में किसी की मौत हुई है.
23 फरवरी, 2014 को खगड़िया में अगुवानी घाट पुल के निर्माण के लिए आधारशिला रखी गई थी. 9 मार्च, 2015 को सीएम नीतीश कुमार ने इसके कार्यारंभ का उद्घाटन किया था. 2016 से काम शुरू हुआ. तब सरकार ने कहा था कि मार्च 2019 तक पुल का काम पूरा कर लिया जायेगा, लेकिन उस वक्त तक 25 फीसदी काम भी सही से नहीं हो पाया था. इसके बाद राज्य सरकार ने मार्च, 2020 तक समय सीमा बढ़ायी थी. फिर समय सीमा बढ़ाकर मार्च, 2022 की गयी.
राज्य सरकार ने पुल निर्माण नहीं होने पर जून 2022 तक समयसीमा बढ़ा दी. इस बीच पिछले साल 30 अप्रैल, 2022 को इस पुल के पाया संख्या 405 और 6 के बीच सुपर स्ट्रक्चर हवा के झोंके में गिर गया था. उस वक्त ही इस पुल के निर्माण कार्य पर गंभीर सवाल खड़े हुए थे, लेकिन राज्य सरकार ने एसपी सिंघला कंपनी पर कोई कार्रवाई नहीं की. कंपनी को पुल का काम पूरा करने के लिए और समय दे दिया गया. सरकार ने पहले दिसंबर, 2022, फिर मार्च 2023 और आखिरकार जून 2023 तक समयसीमा बढ़ायी गयी. 4 जून 2023 को पुल का आधा किमी हिस्सा ध्वस्त हो गया.