Bihar: सुल्तानगंज-अगुवानी पुल बनाने की डेडलाइल छठी बार भी फेल, जानिये गंगा पर अब कबतक तैयार होगा नया पुल

Bihar News: सुल्तानगंज और खगड़िया के अगुवानी के बीच गंगा पर बन रहे पुल की डेडलाइन छठी बार भी फेल हो गयी है. अब सातवीं बार इसके नये डेडलाइन को तय किया गया है. जानिये गंगा पर बन रहे इस पुल को कबतक तैयार करने की उम्मीद है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 16, 2022 12:32 PM

Bihar News: खगड़िया के अगुवानी से सुल्तानगंज तक गंगा पर बन रहे पुल निर्माण को लेकर छठी बार ठेका एजेंसी को मिली डेडलाइन फेल हो गयी. पुल निर्माण निगम ने उसे 30 जून 2023 (संभावित) तक निर्माण करने की समय दे दिया है. जबकि पहले से छठा डेडलाइन 30 मार्च 2023 निर्धारित है.

पुल निर्माण निगम को भी उम्मीद नहीं

इस डेडलाइन पर अगुवानी पुल बना कर तैयार करने की उम्मीद खुद पुल निर्माण निगम को भी नहीं है. क्योंकि कार्य प्रगति धीमी है. पांचवां डेडलाइन 30 दिसंबर 2022 निर्धारित था लेकिन अगस्त से ही गंगा का जलस्तर बढ़ता रहा. इससे पांचवां डेडलाइन बढ़ा कर 30 मार्च, 2023 किया था. एक नवंबर, 2019 के बाद से ही ठेका एजेंसी को पुल बनाने के लिए मोहलत दी जा रही है. कार्य प्रारंभ 02 मई, 2015 को हुआ था.

पुल गिरने के बाद से कार्य गति धीमी

बता दें कि उत्तर व दक्षिण बिहार को जोड़नेवाले इस पुल की पाया संख्या 4, 5, 6 के दोनों ओर के 36 स्लैब अप्रैल में ध्वस्त हो गये थे. इसके बाद से गंगा पुल का निर्माण की कार्य गति धीमी हो गयी. महज चार महीने में तीन बार डेडलाइन को बदला गया.

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अबतक का डेडलाइन

  • पहला डेडलाइन : 01 नवंबर, 2019

  • दूसरा डेडलाइन : 20 दिसंबर, 2020

  • तीसरा डेडलाइन: 30 जून, 2021

  • चौथा डेडलाइन : 30 मार्च, 2022

  • पांचवां डेडलाइन : 30 दिसंबर, 2022

  • छठा डेडलाइन : 30 मार्च, 2023

  • सांतवा डेडलाइन (संभावित) : 30 जून, 2023

पुल निर्माण एक नजर में

  • गंगा पुल : अगुवानी घाट से सुलतानगंज के बीच

  • प्रशासनिक स्वीकृति : 1710.77 करोड़ रुपये

  • कार्य प्रारंभ तिथि : 02 मई, 2015

30 किमी में सिमटेगी खगड़िया से भागलपुर की 90 किमी की दूरी

गंगा नदी पर अगुवानी घाट पुल बनने से खगड़िया की ओर से 16 किलोमीटर और सुल्तानगंज की ओर से चार किलोमीटर लंबा एप्रोच रोड के जरिये उत्तर बिहार सीधे मिर्जाचौकी के रास्ते झारखंड से जुड़ जायेगा. इससे विक्रमशिला सेतु पर वाहनों का दबाव कम होगा. इसके अलावा श्रावणी मेले के दौरान कांवरियों को खगड़िया से भागलपुर आने के लिए 90 किलोमीटर नहीं मात्र 30 किलोमीटर की दूरी तय करनी पड़ेगी.

Posted By: Thakur Shaktilochan

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