पटना में एड्स विस्फोट से मचा हड़कंप, PMCH में दो महीने में पहुंचे 89 HIV पॉजिटिव

पटना में एड्स को लेकर जागरूकता कार्यक्रम चलने के बाद भी एचआइवी पाॅजिटिव का आंकड़ा घटने का नाम नहीं ले रहा है. पटना जिले में नये एचआइवी पॉजिटिव मिल रहे हैं. पीएमसीएच में बीते जनवरी में 715 और फरवरी में 489 यानी इन दो महीनों में कुल 1204 संदिग्धों की जांच की गयी.

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 27, 2023 9:46 AM

आनंद तिवारी, पटना

पटना में एड्स को लेकर जागरूकता कार्यक्रम चलने के बाद भी एचआइवी पाॅजिटिव का आंकड़ा घटने का नाम नहीं ले रहा है. पटना जिले में नये एचआइवी पॉजिटिव मिल रहे हैं. पीएमसीएच में बीते जनवरी में 715 और फरवरी में 489 यानी इन दो महीनों में कुल 1204 संदिग्धों की जांच की गयी. इसमें जनवरी में 54 और फरवरी में 35 यानी कुल 89 एचआइवी पॉजिटिव पाये गये हैं. इनमें कम उम्र के बच्चे भी शामिल हैं. इतनी बड़ी संख्या में एड्स के मरीजों के मिलने से स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है. बड़ी बात ये है कि जब राज्य की राजधानी में ऐसी स्थिति है तो राज्य के अन्य जिलों का हाल कैसा होगा ये सोचने वाली बात है.

जांच के लिए फिर मंगवाये गये चार हजार किट

एचआइवी संक्रमितों की बढ़ती संख्या को देखते हुए पीएमसीएच प्रशासन ने फिर से जांच के लिए चार हजार एचआइवी किट मंगवाये हैं. अस्पताल प्रशासन के मुताबिक दो से तीन महीने का स्टॉक यहां पर एडवांस में रख दिया गया है. अस्पताल प्रशासन व बिहार एड्स कंट्रोल सोसाइटी की ओर से यहां क्लिनिकल पैथोलॉजी, माइक्रोबॉयलोजी एचआइवी की जांच की जाती है. यहां जांच के साथ इलाज व दवा आदि सभी नि:शुल्क मुहैया करायी जाती है.

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वायरल लाेड की जांच के बाद होता है इलाज

चिकित्सा विभाग ने एआरटी सेंटर पर पंजीकृत एचआइवी पॉजिटिव के इलाज के लिए कई सुविधाएं शुरू की हैं. अस्पताल के अधिकारियों के मुताबिक यहां एचआइवी पॉजिटिव लोगों में वायरल लाेड की जांच की जाती है, जिसकी रिपाेर्ट के आधार पर दवाएं दी जाती हैं.

क्या कहते हैं अधिकारी

पीएमसीएच के अधिक्षक डॉ आइएस ठाकुर पीएमसीएच में रोजाना एचआइवी पॉजिटिव की जांच की जाती है. स्टॉक में चार हजार किट रखे गये हैं. दो महीने में कुल 1204 लोगों की जांच की गयी. इनमें 89 मरीजों में एचआइवी संक्रमित के लक्षण पाये गये हैं. इनका दवा आदि देकर इलाज किया जा रहा है. माइक्रोबॉयलोजी विभाग के डॉक्टरों को निर्देश दिया गया है कि रोजाना मरीजों की एचआइवी की जांच की जाये, ताकि उन्हें किसी तरह की कोई परेशानी नहीं हो.

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