नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ लॉ के पूर्ववर्ती छात्रों ने सीमांचल इलाके में रहने वाले श्रमिकों को विमान से शुक्रवार को पटना भेजा़. हैदराबाद से रवाना होकर 180 प्रवासी मजदूर एयर एशिया की चार्टर्ड फ्लाइट 15-9172 से शाम 8.40 बजे पटना एयरपोर्ट पहुंचे. ये कटिहार, पूर्णिया, अररिया, मधेपुरा, बांका, नालंदा, पश्चिमी चंपारण, मधुबनी, वैशाली, सुपौल, किशनगंज आदि जिलों के रहने वाले हैं. ये सभी प्रवासी मजदूर लॉकडाउन में हैदराबाद व आसपास के इलाकों में फंसे हुए थे़ ये कंस्ट्रक्शन व अन्य तरह का काम करते हैं.
पटना एयरपोर्ट पर पहुंचने के बाद किया गया थर्मल स्क्रीनिंग :
पटना एयरपोर्ट पर पहुंचने के बाद यहां उनका थर्मल स्क्रीनिंग किया गया. सोशल डिस्टेसिंग कर इन्हें एयरपोर्ट से बाहर निकाला गया़ फिर यहां से परिवहन विभाग की बसों से उनके गावों को भेज दिया गया़ एमवीआई संजय कुमार अश्क ने बताया कि पटना से रवाना होने से पहले उन्हें खाने का पैकेट औैर बोतल में पानी भी दिया गया़ श्रमिकों ने बताया कि हम लोग वहां फंसे हुए थे़ ट्रेन से आने की कोशिश की पर नहीं आ सकें.
अगले आठ दिनों तक लाए जाएंगे मजदूर :
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ लॉ के पूर्ववर्ती छात्रों ने एयर एशिया की दस फ्लाइट हायर किया है, जिससे बेंगलुरु, हैदराबाद व आसपास के शहरों में फंसे प्रवासी मजदूरों को भेजा जा रहा है़ इसकी शुरूआत गुरुवार को मुंबई से 180 श्रमिकों को लाने से हुई़ इसी क्रम में सीमांचल के मजदूरों को शुक्रवार को विमान से पटना लाया गया और अगले आठ दिनों तक यह प्रक्रिया जारी रहेगी़