भागलपुर: जिले में बढ़ते ठंड के बीच शहर का प्रदूषण स्तर की स्थिति गंभीर होती जा रही है. गुरुवार को भागलपुर जिले का अधिकतम एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआइ) 348 के करीब रहा. विश्व स्वास्थ्य संगठन के मानक के अनुसार जिले की आबोहवा सामान्य से 14 गुना अधिक प्रदूषित रही.
गुरुवार को देश के सबसे 10 प्रदूषित शहरों में भागलपुर शामिल रहा. प्रदूषण का मुख्य कारण हवा में भारी मात्रा में सूक्ष्म धूलकण की मौजूदगी रही. बिहार प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के वैज्ञानिक अरुण कुमार ने बताया कि ठंड में हवा भारी होकर सतह के करीब रहती है. इस कारण प्रदूषित गैसें व धूलकण ऊपर उठने की बजाय धरती की सतह के करीब ठहर जाती है. ठंड में प्रदूषण बढ़ने की मुख्य वजह यही है.
भागलपुर शहर में कंस्ट्रक्शन वर्क में बढ़ोतरी के कारण हवा में धूलकण की मात्रा सामान्य से 14 गुना अधिक है. इस कारण लोगों को एलर्जी समेत सर्दी-खांसी के मरीज मिल रहे हैं. जिले में सबसे अधिक प्रदूषण भागलपुर के कचहरी चौक व मायागंज इलाके में दर्ज की गयी. बरारी इंडस्ट्रियल इलाके से निकल रही प्रदूषित गैसों की वजह से मायागंज इलाके में प्रदूषण बढ़ा. सड़कों पर उड़ रही धूल के कारण जिले का पीएम 2.5 यानी 2.5 माइक्रो मीटर के धूलकण का स्तर अधिक रहा.