पटना. 28 मार्च से लागू समर शेड्यूल में पटना से चार जोड़ी फ्लाइटें अधिक उड़ेंगी. विंटर शेड्यूल में 54 जोड़ी विमानों को मंजूरी मिलने के बावजूद 80 फीसदी की कैपिंग के कारण पटना से परिचालित होने वाले विमानों की संख्या 44 जोड़ी ही थी, जो कि साप्ताहिक फ्लाइटों के जुड़ने पर किसी-किसी दिन 46 जोड़ी तक पहुंचती थी. लेकिन अब पटना से हर दिन 48 जोड़ी फ्लाइटों का परिचालन होगा.
हालांकि फ्लाइटों की संख्या बढ़ने के बावजूद सूरत-पटना, चंडीगढ़-पटना और पटना से वाराणसी होते हुए जयपुर की विमान सेवा बंद हो गयी है. जबकि मुंबई और कोलकाता के लिए दो-दो फ्लाइटें कम हुई हैं.
पहले मुंबई के लिए आठ फ्लाइटें उड़ती थीं, जो घट कर अब छह जोड़ी रह गयी हैं, जबकि कोलकाता के लिए यह पांच से घट कर तीन जोड़ी रह गयी हैं. वहीं पटना रांची के बीच हवाई सेवा नहीं शुरू हुई.
होली के बाद पटना से दिल्ली, कोलकाता व मुंबई जैसे महानगरों को वापस जाने आने का हवाई किराया पहले ही सामान्य से दो गुना तक बढ़ गया था और मंगलवार को कोलकाता के लिए यह आठ हजार के करीब जा पहुंचा.
वापसी के किराया वृद्धि में सबसे खास बात यह है कि दिल्ली, कोलकाता और हैदराबाद वापसी के लिए चार अप्रैल जबकि मुंबई(4734) और बेंगलुरु(5974) के लिए 31 मार्च को वापसी का किराया सबसे अधिक है. चेन्नई जाने का किराया तीन और चार अप्रैल को एक समान है.
Posted by Ashish Jha