अजित आजाद को कविता संग्रह ”पेन ड्राइव मे पृथ्वी” के लिए मिला मैथिली भाषा में साहित्य अकादमी पुरस्कार
मैथिली के ख्यातिप्राप्त कवि सह पत्रकार अजित आजाद को उनकी कविता संग्रह ''पेन ड्राइव मे पृथ्वी'' के लिए इस वर्ष मैथिली भाषा में साहित्य अकादमी पुरस्कार दिया गया है. तीन सदस्यीय निर्णायक मंडल ने सर्वसम्मति से इस पुस्तक को पुरस्कार के लिए चुना है.
पटना. मैथिली के ख्यातिप्राप्त कवि सह पत्रकार अजित आजाद को उनकी कविता संग्रह ”पेन ड्राइव मे पृथ्वी” के लिए इस वर्ष मैथिली भाषा में साहित्य अकादमी पुरस्कार दिया गया है. तीन सदस्यीय निर्णायक मंडल ने सर्वसम्मति से इस पुस्तक को पुरस्कार के लिए चुना है. निर्णायक मंडल में डॉ. देवकान्त झा, डॉ. शेफालिका वर्मा और मंत्रेश्वर झा शामिल थे. यह पुरस्कार अजित आजाद को अगले वर्ष फरवरी में दिल्ली में आयोजित समारोह में दिया जाएगा. अजित की कृति ”पेन ड्राइव मे पृथ्वी” 256 पृष्ठों की कविता संग्रह है. इस किताब में कुल 185 कविताएं संकलित हैं.
अबतक तीस से अधिक पुस्तकें प्रकाशित
मधुबनी जिला के घोघरडीहा प्रखंड अंतर्गत हटनी गांव निवासी अजित आज़ाद का जन्म 1969 में अपने मामा गांव सांगी में हुआ था. उनकी अबतक तीस से अधिक पुस्तकें प्रकाशित हैं. जिनमें मैथिली में सात कविता-संग्रह शामिल हैं. उनकी चर्चित पुस्तकें हैं, युद्धक विरोध में बुद्धक प्रतिहिंसा, मृत्यु थिक विचार, हम कोसिकन्हाक एकटा कवि, अनभुआर होइत समय, गाम सँ बहराइत गाम, इजोरियाक व्याकरण आदि प्रमुख हैं.
पहली कविता देसकोस नामक मैथिली पत्रिका में छपी थी
पेशे से पत्रकार अजित आज़ाद की पहली कविता देसकोस नामक मैथिली पत्रिका मे 1994 के मार्च अंक में प्रकाशित हुई थी. रंगकर्म और मैथिली भाषा आंदोलन में सक्रिय रहे अजित आज़ाद की पुस्तकों का अनुवाद हिन्दी, अंग्रेजी, उर्दू और बांग्ला में प्रकाशित हो चुका है. समकालीन मैथिली कविता में देशज शब्दों के माध्यम से अनछुए विषयों को शैल्पिक विविधता से व्यक्त करने में ये निपुण हैं. प्रेम और प्रतिरोध इनकी कविताओं का मूल उत्स है. मैथिली कविता को वैचारिक स्तर पर आमजनों से जोड़ने में इनकी प्रमुख भूमिका रही है.
विद्वत जगत में खुशी
मधुबनी जिले के घोधरडीहा प्रखंड निवासी डॉ अजित आज़ाद को साहित्य अकादमी का प्रतिष्ठित मूल पुरस्कार मिलने पर विद्वत जगत में खुशी है. मैथिली साहित्य जगत में अजित आज़ाद की छवि एक बहुत ही सहज कवि के रूप में हैं . इनकी कविताएं पाठकों को असहज करती हैं. अजित आजाद को पुरस्कार की घोषणा पर कथाकार अशोक, रमानंद झा रमण, डॉ अरविंद अक्कू, डा वीणा ठाकुर, विभूति आनन्द, अशोक कुमार मेहता, दमन कुमार झा, आनन्द मोहन झा, गुंजन श्री, मैथिल प्रशांत, निक्की प्रियदर्शिनी और सुनील कुमार भानु आदि लेखकों ने प्रसन्नता व्यक्त की है.