बिहार में अब होमगार्ड चलायेंगे एके 47, इंसास व एसएलआर, 200 जवानों को दी जा रही है रही ट्रेनिंग
होमगार्ड जवानों को मॉडर्न और चुस्त बनाने की कवायद तेज हो गयी है. होमगार्ड मुख्यालय से मिले निर्देश पर जिले के 200 जवानों को आधुनिक हथियार की ट्रेनिंग के लिए मुजफ्फरपुर भेजा गया है. जहां जवानों को एसएलआर, इंसास व एके 47 जैसे अत्याधुनिक हथियार चलाने से लेकर नियंत्रित करने तक की जानकारी दी जा रही है.
पटना. होमगार्ड जवानों को मॉडर्न और चुस्त बनाने की कवायद तेज हो गयी है. होमगार्ड मुख्यालय से मिले निर्देश पर जिले के 200 जवानों को आधुनिक हथियार की ट्रेनिंग के लिए मुजफ्फरपुर भेजा गया है. जहां जवानों को एसएलआर, इंसास व एके 47 जैसे अत्याधुनिक हथियार चलाने से लेकर नियंत्रित करने तक की जानकारी दी जा रही है.
विशेष ट्रेनिंग के लिए भेजा गया
ट्रेनिंग के दौरान जवानों को इन अत्याधुनिक हथियार को एसेम्बल करना, मैगजीन लोड करना, साफ- सफाई करने और नियंत्रित करने के संबंध में जानकारी दी जा रही है. साथ ही जवानों से करा कर मार्डन बनाया जा रहा है. जिला समादेष्टा सह अग्नि शमन अधिकारी अखिलेश कुमार ठाकुर ने बताया कि संवेदनशील जगहों जैसे बैंक सुरक्षा, करेंसी चेस्ट सुरक्षा, डाकघरों की सुरक्षा के अलावा विधि-व्यवस्था की जिम्मेदारी होमगार्ड जवानों के कंधे पर रहती है. इन स्थानों पर तैनात किये गये जवानों को विशेष ट्रेनिंग के लिए भेजा गया है.
120 दिनों का दिया जा रहा प्रशिक्षण
नये अत्याधुनिक हथियार को लेकर होमगार्ड जवानों को मुजफ्फरपुर स्थित ट्रेनिंग सेंटर में 120 दिनों का प्रशिक्षण दिया जा रहा है. जिले में प्रशिक्षण प्राप्त कर आने वाले जवानों को बैंक, डाकघर और करेंसी चेस्ट की सुरक्षा में प्राथमिकता दी जायेगी. जिला समादेष्टा कार्यालय से मिले आंकड़ों के अनुसार जिलें में 829 होमगार्ड जवानों की तैनाती है. जिसमें 447 जवान विधि व्यवस्था, 43 विधि व्यवस्था पटना भेजा गया है.
ट्रेंनिग सहरसा के बरियाही स्थित कैंप में चल रही है
47 जवान मंडल कारा सहरसा, 26 जवान बैंक, 10 जवानों की ड्यूटी डाकघर, 62 जवान उत्पाद विभाग, 10 जवान विद्युत विभाग, 25 जवान मैगजीन एवं संगठन की ड्यूटी पर तैनात है. जिले में कुल होमगार्ड जवानों की संख्या 1113 है. जिसमें 200 जवानों की ट्रेनिंग मुजफ्फरपुर व 113 जवानों की ट्रेंनिग सहरसा के बरियाही स्थित कैंप में चल रही है.
महिला और पुरुष दोनों को मिल रही ट्रेनिंग
गृह रक्षा वाहिनी के नवनियुक्त महिला और पुरुष दोनों होमगार्ड के जवानों को आर्मी की तर्ज पर प्रशिक्षित किया जा रहा हैं. चार महीने के कड़ी परिश्रम से जवान खुद को फिट कर नये हथियार की जानकारी के बाद लौटेंगे. फिर उनके पोशाक और ड्यूटी के अंदाज में भी फर्क देखने को मिलेगा.