Holi Alert: होली 2023 में अब कुछ ही दिन शेष बचे हैं. लोग इस बार भी जमकर जश्न की तैयारी में जुटे हुए हैं. बिहार में पूर्ण शराबबंदी के बीच जहां एक तरफ तस्कर लगातार शराब के खेप को भेजने की फिराक में दिख रहे हैं तो कई जगहों पर कार्रवाई के दौरान पकड़ में भी आ रहे. वहीं दूसरी तरफ कई लोग जश्न की तैयारी को लेकर चोरी-छिपे शराब के जुगाड़ में लगे हैं. लेकिन आपको प्रभात खबर की ओर से सतर्क किया जा रहा है कि आप कहीं ऐसी चूक ना कर बैठें जिसने पिछले साल होली में सूबे के कई घरों को उजाड़ दिया. करीब 3 दर्जन से अधिक लोगों की जान जहरीली शराब (Jahrili Sharab) ने ली थी जबकि कई लोगों ने अपनी आंख की रोशनी गंवा दी थी.
माफिया लगातार शराब का खेप जिलों में भेजने की कोशिश कर रहे हैं. बॉर्डर से भी शराब की सप्लाई की जा रही है. वाहन चेकिंग के दौरान कई जगहों पर ये पकड़ाए भी गए. बेहद होशियारी के साथ ये गाड़ी में चोरी-छिपे शराब का खेप लेकर जाते धरे भी जा रहे. वहीं अगर आप जश्न के लिए शराब का जुगाड़ करने में लगे हैं तो ठहरिए. हम आपको पिछले साल की तबाही के उस मंजर की याद ताजा करा दें जिसने कई परिवारों के होली का रंग फीका कर दिया था.
पिछले साल होली में तीन दर्जन से अधिक लोगों की मौत इस जहरीले शराब ने ले ली थी. भागलपुर, बांका और मधेपुरा जिले में ये मौत हुई थी. भागलपुर में करीब दो दर्जन, बांका में एक दर्जन और मधेपुरा में कुछ लोगों की जान गयी थी. कई लोगों के आंखों की रोशनी ही खत्म हो गयी, भले ही उनकी जान बच गयी हो लेकिन इस होली में वो किसी रंग को देखने तक के लिए बेबस हैं. कहीं आप भी इस मस्ती की धुन में वही जहरीली शराब ना पी लें. बेहतर है आप परहेज ही करें.
Also Read: एक साल पहले: धमाकों से दहला था बिहार के भागलपुर का काजवलीचक, 4 घर हुए थे जमींदोज, 15 लोगों के उड़े थे चिथड़े
नाम नहीं लिखने की शर्त पर एक पीड़ित कहते हैं कि मैंने तो अपने दोनों आंखों को हमेसा के लिए खो दिया. नौकरी से निकाल दिया गया. अब जीवन बस बोझ ही है. लेकिन मेरी हालत और किसी की ना हो. बेहतर है आप शराब से दूर रहें. दरअसल, जिस शराब की बोतल को आप ब्रांडेड और महंगी समझ रहे हैं उसे भी फर्जी तरीके से तैयार और नकली पैकिंग करके होली में बेचा जाता है. अंजान लोग उसे सुरक्षित मानकर पी लेते हैं और हालत हमारे जैसी हो जाती है.