डेंगू को लेकर बिहार में अलर्ट, पटना समेत सभी जिला अस्पतालों में 10-10 बेड रिजर्व

बिहार राज्य स्वास्थ्य समिति, पटना में राज्य स्तर पर 104 कॉल सेंटर सह नियंत्रण तथा मुख्य मलेरिया कार्यालय, स्वास्थ्य भवन, सुल्तानगंज पटना में भी नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है. इसमें 0612-2370131 पर फोन कर जानकारी दी जा सकती है.

By Ashish Jha | August 30, 2023 8:39 PM

पटना. राज्य में डेंगू के मामले बढ़ रहे हैं. इसे लेकर स्वास्थ्य विभाग की ओर से सतर्कता बढ़ा दी गयी है. सभी जिला अस्पतालों में मच्छरदानी के साथ-साथ दस बेड रिजर्व कर दिये गये हैं. साथ ही सभी जिला अस्पतालों सहित मेडिकल कॉलेज एवं अस्पतालों में डेंगू जांच किट उपलब्ध करा दी गयी है. बिहार राज्य स्वास्थ्य समिति, पटना में राज्य स्तर पर 104 कॉल सेंटर सह नियंत्रण तथा मुख्य मलेरिया कार्यालय, स्वास्थ्य भवन, सुल्तानगंज पटना में भी नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है. इसमें 0612-2370131 पर फोन कर जानकारी दी जा सकती है. यह नियंत्रण कक्ष सोमवार से शनिवार तक तीन शिफ्टों में काम करेगा. वेक्टर जनित रोग नियंत्रण के अपर निदेशक सह राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ अशोक कुमार ने कहा कि घर की लगातार सफाई करें. घर में जल-जमाव न होने दें.

नियंत्रण कक्ष की विशेष भूमिका

डॉ अशोक कुमार ने बताया कि राज्य स्वास्थ्य समिति व मुख्य मलेरिया कार्यालय में बनाये गये नियंत्रण कक्ष पर प्रतिनियुक्त अधिकारी उपचार तथा प्रबंधन की जानकारी हासिल करेंगे. डेंगू जांच किट की उपलब्धता, खपत, डेंगू के संदिग्ध मरीजों की जांच, भर्ती एवं डिस्चार्ज की अपडेट स्थिति, प्लेटलेट्स की उपलब्धता एवं दैनिक खपत की जानकारी ली जायेगी. मरीज की आपातकालीन सूचना मिलने पर उसे चिकित्सकीय उपचार का प्रबंधन पर भी ध्यान देंगे. मरीज को एंबुलेंस की व्यवस्था एवं क्लीनिकल जरूरत के तहत उसके इलाज प्रारंभ होने तक अनिवार्य समन्वय बनाये रखने का काम करेंगे.

डेंगू के दो मरीज हुए भर्ती, दो हुए डिस्चार्ज

मुंगेर में डेंगू के पैर पसारते ही डेंगू के मरीजों की संख्या बढ़ने लगी है. सदर अस्पताल के डेंगू वार्ड में इलाजरत डेंगू संक्रमित 2 मरीजों को ठीक होने पर बुधवार को डिस्चार्ज कर घर भेज दिया गया. जबकि डेंगू प्रभावित दो मरीज भर्ती मिले. अस्पताल उपाधीक्षक डाॅ रमण कुमार ने बताया कि डेंगू पीड़ित पुरानीगंज निवासी गुड़िया देवी और पूजा कुमारी को ठीक होने पर डिस्चार्ज कर दिया गया है. जबकि सूर्यगढ़ा गरीब नगर निवासी इंद्रजीत कुमार और करबला हेरूदियारा निवासी 18 वर्षीय काजल कुमारी दोनों डेंगू पीड़ित का इलाज डेंगू वार्ड में चल रहा है. इसके अतिरिक्त शादीपुर निवासी वीरेंद्र चौधरी की पत्नी मधू देवी भी डेंगू वार्ड में इलाजरत है. जिसे फिलहाल टाइफाइड की पुष्टि हुई है. लेकिन डेंगू की संभावना को देखते हुए उसका एलाइजा जांच के लिए सैंपल भेजा गया है.

दोनों प्रभावित मुहल्लों में फॉगिंग कराया गया

उपाधीक्षक ने बताया कि डेंगू पीड़ित मरीज के इलाज का समुचित प्रबंध सदर अस्पताल में है. जिन मरीज का प्लेटलेट्स कम है, उन्हें भी ब्लड बैंक से प्लेट्लेट्स उपलब्ध कराया जा रहा है. इधर डेंगू के बढ़ते मामलों के लेकर नगर निगम द्वारा डेंगू प्रभावित पुरानीगंज और करबला मुहल्ले में बुधवार को टॉकीफॉस और लार्वासाइट नामक कीटनाशक का छिड़काव कराया गया. साथ ही दोनों प्रभावित मुहल्लों में फॉगिंग कराया गया. नगर आयुक्त निखिल धनराज ने बताया कि सदर अस्पताल में शहरी क्षेत्र के भर्ती डेंगू पीड़ित मरीजों के घरों के आस पास फॉगिंग कराते हुए टॉमीफास और लार्वासाइट का छिड़काव कराया गया है.

महाराजगंज नगर पंचायत क्षेत्र में फॉगिंग शुरू

महाराजगंज. बारिश व जल जमाव के बीच मंडरा रहे डेंगू, मलेरिया समेत अन्य मच्छर जनित रोगों के खतरे से बचाव को लेकर मंगलवार की शाम महाराजगंज नगर पंचायत के कामगार वाहन पर फॉगिंग का कार्य शुरू किया. नगर पंचायत के कार्यपालक पदाधिकारी हरिश्चंद्र के आदेश पर मंगलवार की शाम से नगर क्षेत्र में फॉगिंग शुरू किया गया. गौरतलब है कि पिछले कुछ दिनों से राज्य में डेंगू का खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है. जिसको लेकर राज्य सरकार अलर्ट मोड में है. लेकिन उसके बावजूद अब तक महाराजगंज नगर पंचायत क्षेत्र में मच्छरों से बचाव को लेकर फॉगिंग नहीं करवाया गया था.

जल जमाव वाले स्थानों को चिन्हित कर फॉगिंग करवाया जायेगा

नगर पंचायत के कार्यपालक पदाधिकारी हरिश्चंद्र ने लोगों से अपील की है कि वे अपने घरों में कूलर, टंकी, फ्रीज के नीचे वाली ट्रे, हौदा, गमले आदि को अच्छी तरह साफ करें व सूखने के बाद ही पानी भरें. इसके अतिरिक्त घर पर छत के ऊपर किसी प्रकार के कबाड़, पुराने टायर, मटके को भी साफ कर ढक कर रखें. ताकि किसी भी परिस्थिति में घर के परिसर में जलजमाव नहीं हो. उन्होंने कहा कि जलजमाव के कारण ही मच्छरों के प्रजनन बढ़ता है. उन्होंने बताया कि सभी वार्डों में जल जमाव वाले स्थानों को चिन्हित कर फॉगिंग करवाया जायेगा. ताकि डेंगू जैसी गंभीर बीमारी से बचा जा सके.

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