मुजफ्फरपुर/गलगलिया (किशनगंज). दिल्ली के लक्ष्मी नगर से आतंकी अशरफ की गिरफ्तारी के बाद बिहार में भी अलर्ट जारी किया गया है. मुजफ्फरपुर सहित नेपाल-बांग्लादेश बाॅर्डर से सटे सीमावर्ती जिलों को विशेष तौर पर अलर्ट रहने को कहा गया है.
इधर किशनगंज जिले में भारत-नेपाल सीमा पर तैनात एसएसबी 41वीं वाहिनी के सुरक्षाकर्मियों ने जांच के दौरान नेपाल की ओर से आ रहे दो बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया है. दोनों ने अपना नाम यासीन अराफात एवं नजरुल इस्लाम बताया है.
एसएसबी सूत्रों के अनुसार, एसएसबी 41वीं बटालियन के पानीटंकी बीओपी के जवानों ने नेपाल से आ रहे दो व्यक्तियों को रोक कर पहचान पत्र दिखाने के लिए कहा, लेकिन दोनों ने कोई वैध पहचान पत्र नहीं दिखाया. संदेह होने पर एसएसबी जवानों ने उनके बैग की तलाशी ली.
तलाशी के दौरान उनके पास से पांच बांग्लादेशी सिक्का, बांग्लादेशी करेंसी, 6930 रुपये नेपाली करेंसी, एक घड़ी, दो मोबाइल फोन, बांग्लादेश एवं भारत के चार सिम कार्ड आदि बरामद किये गये. पूछताछ में दोनों ने बताया कि दो महीना पहले वे मेची नदी पार कर अवैध रूप से बांग्लादेश से नेपाल गये थे.
इधर, बिहार पुलिस मुख्यालय ने पुलिस कप्तानों को बॉर्डर की निगरानी बढ़ाने का निर्देश दिया गया है. होटलों में दूसरे देश से आये लोगों की सतत निगरानी करने को कहा है. बिहार में कई ऐसे तीर्थस्थल हैं, जहां विदेशी आते हैं. नेपाल और बांग्लादेश बॉर्डर से संदिग्धों की इंट्री होने की संभावना जतायी गयी है.
सरकारी संस्थान और सार्वजनिक स्थलों की भी निगरानी बढ़ाने को कहा गया है. बस स्टैंड और रेलवे जंक्शन पर सुरक्षा के विशेष इंतजाम करने और निगरानी बढ़ाने का निर्देश दिया गया है. एसएसपी जयंतकांत ने बताया कि पुलिस हमेशा अलर्ट रहती है. गश्ती, तलाशी और वाहन जांच लगातार करायी जा रही है.
भारत में प्रवेश करने के लिए यह पहली बार नहीं है कि किसी आतंकी ने बिहार की धरती का इस्तेमाल किया है. पूर्व में भी कई संदिग्ध पुलिस के हत्थे चढ़ चुके हैं. नेपाल से सीतामढ़ी, मधुबनी, पश्चिम चंपारण और बांग्लादेश से किशनगंज जिले का बॉर्डर सटा हुआ है. यहां से अधिकांश संदिग्ध पकड़े जाते हैं.
Posted by Ashish Jha