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मुजफ्फरपुर में चमकी बुखार पर अलर्ट, सुबह पांच बजे अस्पताल पहुंचेगें डॉक्टर, 24 गांवों में चलेगा अभियान

मुजफ्फरपुर में एइएस पीड़ित बच्चों की देख-रेख के लिए विभाग डॉक्टरों की उपस्थिति पर पैनी नजर रख रहा है. जिला से प्रखंड स्तर तक के अस्पतालों में आपातकालीन सेवा में कार्यरत चिकित्सकों को अब सुबह 5 से छह बजे के बीच अपनी उपस्थिति दर्ज करानी होगी.

मुजफ्फरपुर में एइएस पीड़ित बच्चों की देख-रेख के लिए विभाग डॉक्टरों की उपस्थिति पर पैनी नजर रख रहा है. जिला से प्रखंड स्तर तक के अस्पतालों में आपातकालीन सेवा में कार्यरत चिकित्सकों को अब सुबह 5 से छह बजे के बीच अपनी उपस्थिति दर्ज करानी होगी. जिला वेक्टर बोर्न डिजीज पदाधिकारी डॉ सतीश कुमार ने कहा कि उपस्थिति की सेवा का आदेश कार्यपालक निदेशक ने पत्र लिख कर जारी किया है. यह निर्णय एइएस तथा अतिगंभीर बीमारी से पीड़ित बच्चों के उपचार के लिए लाभकारी होगा. एप के जरिए आपातकालीन सेवा के चिकित्सक अपनी उपस्थिति दर्ज करेंगे, उसमें उनका रियल टाइम लोकेशन भी दिखेगा. इस सेवा के शुरू होने से डॉक्टरों की उपलब्धता सुनिश्चित हो सकेगी. प्रत्येक प्रखंड स्तरीय सामुदायिक तथा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर रोस्टर के अनुसार चिकित्सकों और पारामेडिकल स्टॉफ की ड्यूटी लगी है. ताकि, एइएस मरीजों को कभी भी इलाज उपलब्ध हो सके.

वाटरमार्क में शामिल हुआ ‘चमकी को धमकी’

डॉ सतीश कुमार ने कहा कि अब विभाग से जारी हो रहे हर कागज पर ‘चमकी को धमकी’ वाटरमार्क की तरह उपयोग में लाया जायेगा. वहीं जिला अस्पताल सहित प्रखंड अस्पतालों में ओपीडी के पर्चे पर भी ‘चमकी को धमकी’ की मुहर लगी मिलेगी. यह कवायद चमकी-बुखार के प्रति लोगों में जागरूकता के लिए की गयी है.

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रात्रि चौपाल में रात्रि विश्राम

एइएस पर चलाये जा रहे संध्या चौपाल की जगह अब रात्रि चौपाल चलाया जा रहा है. इसमें 270 गांवों को गोद लिया गया है. इन गोद लिये गांवों में अधिकारी चमकी पर जागरूकता फैलाते हैं तथा वहीं पर रात्रि विश्राम भी करते हैं.

तीन महीने तक 24 वाहन गांवों में चमकी पर करेंगे लोगों को जागरूकता

एइएस से निबटने की तैयारी के लिए जिला प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग की ओर से बुधवार को जिलाधिकारी प्रणव कुमार ने आरबीएसके के 24 जवानों को एइएस जागरूकता रथ के रूप में हरी झंडी दिखायी. यह जागरूकता रथ गले तीन महीने तक चमकी से प्रभावित क्षेत्रों में जाकर लोगों को ऑडियो माध्यम से जागरूक करेगा. इन प्रचार वाहनों पर ‘चमकी को धमकी’ के बैनर भी लगे रहेंगे. इस मौके पर जिलाधिकारी ने कहा कि चमकी पर विभिन्न माध्यमों से लगातार प्रचार-प्रसार चल रहा है. गांव-गांव में चमकी बुखार के संबंध में सही जानकारी लोगों तक पहुंचे, इसके लिए सभी प्रखंडों में प्रचार रथ रवाना किया गया है.

20 मार्च को आयोजित होगी कार्यशाला

सीएस डॉ उमेश चंद्र शर्मा ने कहा कि एइएस संबंधी अन्य गतिविधियों में सभी लोगों को 20 मार्च तक कार्यशाला आयोजित कर इस संबंध में प्रशिक्षित कर दिया जायेगा. सभी मास्टर ट्रेनर को प्रशिक्षण दिया जा रहा है. ये लोग अपने-अपने क्षेत्र में लोगों को चमकी-बुखार से बचाव के तरीके तथा क्विक रिस्पांस की जानकारी लोगों को शेयर करेंगे. 40 हजार लोगों को प्रशिक्षित करने का लक्ष्य है.

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