लोकसभा चुनाव 2024 का बिगुल बज चुका है. पहले चरण के लिए नामांकन प्रक्रिया भी बुधवार से शुरू हो जाएगी. इस बीच नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल (यूनाइटेड) को बड़ा झटका लगा है. पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव सह पूर्व केंद्रीय मंत्री मो. अली अशरफ फातमी ने मंगलवार (19 मार्च) को पार्टी के सभी पदों के साथ-साथ प्राथमिक सदस्यता से भी इस्तीफा दे दिया है. फातमी जेडीयू से पहले राजद के सदस्य थे.
जदयू के राष्ट्रीय महासचिव अली अशरफ फातमी ने अपने त्याग पत्र में लिखा कि ‘मैं अपने नैतिक मूल्यों की रक्षा हेतु जनता दल (यूनाइटेड) के सभी पदों सहित प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देता हूं.’
5 साल पहले जदयू में शामिल हुए थे अली अशरफ फातमी
पांच साल पहले राजद से निष्कासित होने के बाद मो. अली अशरफ फातमी ने बसपा के टिकट पर मधुबनी से चुनाव लड़ने का ऐलान किया था. लेकिन अगले ही दिन उन्होंने अपना नाम वापस लेते हुए खुद को बसपा से अलग कर लिया था. इसके बाद वो अपने समर्थकों के साथ जेडीयू में शामिल हुए थे.
जदयू की सदस्यता लेने के दौरान अली अशरफ फातमी ने जेडीयू और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की खूब तारीफ की थी. उन्होंने कहा था कि नीतीश कुमार अच्छे इंसान हैं. उनकी योजनाओं से प्रदेश प्रगति कर रहा है. पूरे बिहार के अल्पसंख्यकों को नीतीश कुमार पर भरोसा है. मुख्यमंत्री की योजनाएं अल्पसंख्यकों के लिए लाभकारी हैं. न्याय के साथ राज्य का विकास हो रहा है. बाढ़ पीड़ितों के बीच राहत एवं बचाव कार्य तेजी से चलाया जा रहा है.
दरभंगा से चार बार जीत चुके हैं लोकसभा चुनाव
फातमी ने अब जेडीयू से इस्तीफा दे दिया है, जिसके बाद राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि वह वापस राजद में जा सकते हैं. वह पहले भी राजद के टिकट पर चुनाव जीतते रहे हैं. मोहम्मद अली अशरफ फातमी चार बार दरभंगा से लोकसभा चुनाव जीत चुके हैं. उनका जन्म 1 जनवरी 1956 को हुआ था.
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