पटना. तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा के कथित तौर पर यह कहे जाने की सभी बिहारी गुंडे होते हैं, गुरुवार को विधानसभा के भीतर व बाहर सत्ता और विपक्षी सदस्यों ने इसका जमकर विरोध किया.
सबसे पहले विधानसभा में प्रश्नकाल शुरू होते ही भाजपा के वरिष्ठ नेता और पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन ने आसन का यह कहते हुए ध्यान आकृष्ट कराया कि तृणमूल कांग्रेस के नेता बिहार के लोगों को गुंडा कह रहे हैं. भाजपा, जदयू और राजद के प्रवक्ताओं ने तृणमूल सांसद की बयान की निंदा करते हुए उनसे माफी मांगने की मांग कही है.
मालूम हो कि भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने आरोप लगाया है कि पश्चिम बंगाल की टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने बुधवार एक बैठक में बिहारी नेताओं को बिहारी गुंडा कहा है. उन्होंने इस शब्द का तीन बार प्रयोग किया. निशिकांत दुबे ने लोकसभा अध्यक्ष से भी इसकी शिकायत की है.
टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा के बयान कि बिहारी गुंडे हैं, इसको लेकर गुरुवार को बिहार विधानमंडल के बाहर पक्ष-विपक्ष के नेताओं ने एक स्वर में कहा कि इस बयान के खिलाफ सांसद को माफी मांगना चाहिए. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव से जब पत्रकारों ने पूछा कि टीएमसी सांसद ने सभी बिहारी को गुंडा कहा है, इस बात पर उन्होंने कहा कि अगर ऐसा कहा है, तो यह गलत है.
इसके लिए मांफी मांगनी चाहिए. तेजस्वी ने कहा कि बिहार महात्मा गांधी समेत बहुत सारे नेताओं की कर्मभूमि रहा है. बहुत सारे नेता बिहार से ही आगे बढ़े हैं. हालांकि, उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी से इसका कोई लेना-देना नहीं है. यह महुआ मोइत्रा का निजी बयान है. यह निंदनीय है.
कांग्रेस नेता अजीत शर्मा व शकील अहमद ने कहा कि हमें बिहारी होने पर गर्व है. बिहारी सभी जगहों पर हैं. देश या विदेश अगर कोई भी व्यक्ति इस तरह के संवैधानिक पद पर रहते हुए इस तरह का बयान देता है, तो उसे माफी मांगनी चाहिए.
मंत्री नितिन नवीन ने कहा कि यह बयान निंदनीय है. उन्हें इसके लिए माफी मांगना चाहिए. राजद के अालोक मेहता ने कहा कि इस बयान की हम निंदा करते हैं. इसको लेकर उन्हें माफी मांगनी चाहिए. एआइएमआइएम के अख्तारूल इमाम ने भी कहा कि महुआ मोइत्रा को माफी मांगना चाहिए. हमलोगों को बिहारी होने पर गर्व है. उन्होंने यह भी कहा कि दो दिन पहले यूपी में वीआइपी के नेता और बिहार के मंत्री मुकेश सहनी को नजरबंद कर दिया गया था,जो सही नहीं है.
जदयू के मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि बिहार ज्ञान की भूमि रहा है, चंद्रगुप्त और चाणक्य का भूमि रहा है. हमारी अस्मिता को चुनौती देने की ताकत किसी में नहीं है. लोकतंत्र के मंदिर में भाषाई लंपट संस्कृति से संवाद करना राजनीति की निकृष्टता है.
विकासशील इंसान पार्टी (वीआइपी) ने तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा से बिहार की जनता से माफी मांगने को कहा है. वीआइपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता देव ज्योति ने कहा कि तृणमूल सांसद महुआ मोइत्रा द्वारा बिहार के 12 करोड़ जनता के लिए जिस अपमानजनक भाषा का प्रयोग किया गया है, वो बेहद निंदनीय है.
Posted by Ashish Jha