बिहार के सभी शहरों में होगा वृद्धजनों के लिए आश्रय स्थल गृह, खर्च होंगे 90 करोड़
राज्य सरकार ने आत्मनिर्भर बिहार सात निश्चय पार्ट टू के तहत सभी शहरों में अब वृद्धजनों के लिए आश्रय स्थल गृह का निर्माण करने का निर्णय लिया है. राज्य सरकार ने योजना को पूरा करने के लिए 90 करोड़ की राशि स्वीकृत की है.
पटना . राज्य सरकार ने आत्मनिर्भर बिहार सात निश्चय पार्ट टू के तहत सभी शहरों में अब वृद्धजनों के लिए आश्रय स्थल गृह का निर्माण करने का निर्णय लिया है. राज्य सरकार ने योजना को पूरा करने के लिए 90 करोड़ की राशि स्वीकृत की है.
इस आश्रय स्थल पर सभी वर्गों के वृद्धजन रह पायेंगे, जिनकी सुरक्षा व स्वास्थ्य की पूरी निगरानी जिला स्तर पर होगा. नयी योजना से वैसे वृद्धजनों को सहूलियत होगी, जो अपनों व हालात के मारे हुए होंगे.
नयी योजना के तहत राज्य ने उपेक्षित व बेसहारा अन्य वरिष्ठ नागरिकों को आश्रय सहित अन्य सुविधा देने की योजना बनायी है, ताकि बुजुर्ग आश्रय स्थल गृह पर आराम से रहें और स्वस्थ और गरिमापूर्ण जीवनयापन कर सकें.
यह होगी सुविधा
आश्रय स्थल में स्वास्थ्य, मनोरंजन, योग एवं आजीविका के लिए भी व्यवस्था की जायेगी. बुजुर्ग आराम से यहां रहकर कुछ आजीविका के लिए भी कर सकेंगे. विभाग इसके लिए भी तैयारी कर रहा है. जहां बुजुर्गों का समय भी कट जायेगा और उनके हाथ में कुछ पैसे भी रहेंगे.
यह है योजना
सभी जिला मुख्यालयों में वृद्धजनों के आश्रय के लिए 100 बेडों यानी 50 -50 बेडों के दो यूनिट सभी जिला मुख्यालयों के अलावा अन्य अनुमंडलों में 50 बेडों का एक यूनिट रहेगा. जहां वृद्धजन रह पायेंगे.यहां पर आउटसोर्सिंग से लोगों को रखा जायेगा, जो आश्रय स्थल गृह के कामों की देखरेख कर सकें.
Posted by Ashish Jha