कोर बैंकिंग सेवा से जुड़े बिहार के सभी डाकघर, ग्रामीण उपभोक्ताओं को मिली बड़ी राहत
बिहार के सभी डाक घरों को कोर बैंकिंग सेवा से जोड़ दिया गया है. खाताधारकों को अब डाकघरों से एटीएम, नेटवर्किंग, मोबाइल बैंकिंग, एसएमएस, ईमेल से सूचना मिल सकेंगी.
पटना. बिहार के सभी डाक घरों में कोर बैंकिंग की सेवा उपलब्ध हो गयी है. डाक विभाग के इस कदम से ग्राहकों को बिहार के तमाम डाक घरों में बैंक जैसी सुविधा मिल गयी है. डाकघरों के खाताधारकों को अब बैंक की तरह ही एटीएम, नेटवर्किंग, मोबाइल बैंकिंग, एसएमएस, ईमेल से सूचना मिल सकेंगी.
बिहार में 33 प्रधान डाकघर, 1040 उपडाकघर के साथ 08 हजार 44 शाखा डाकघरों में कोर बैंकिंग सेवा मुहैया हो गयी है. इससे बिहार के 2 करोड़ 24 लाख 83 हजार 429 खाताधारकों और 13 लाख 61 हजार 747 सुकन्या खाता धारकों को लाभ मिलेगा. अब खाताधारक बैंक की तरह कहीं भी किसी भी डाकघर से पैसे निकाल और जमा कर सकेंगे.
डाक विभाग की इस पहल से खास तौर पर ग्रामीण उपभोक्ताओं को बड़ी राहत मिली है. बुजुर्गों और महिलाओं को प्रखंडों के उपडाकघरों में जाने की फजीहत से बचेंगे. अब ग्रामीण क्षेत्रों में सुगमता से बैंकिंग सेवा का लाभ उठाया जा सकता है.
बिहार के चीफ पोस्ट मास्टर जनरल कर्नल जलेश्वर कहर ने कहा कि अब बिहार के ग्रामीण इलाकों की बैंकिंग सुविधा बेहतर हो जायेगी और डाकघरों में भी बिना किसी शुल्क के लेनदेन बेहतर तरीके से संभव हो सकेगा.
इस सेवा के तहत बैंकों की तरह ही अब डाकघरों में ऑनलाइन बैंकिंग मोबाइल बैंकिंग नेट बैंकिंग एसएमएस और एटीएम का लाभ आसानी से मिल सकेगा. डाक विभाग के पोस्ट मास्टर जनरल पूर्वी प्रक्षेत्र अदनान अहमद ने बताया कि कई शाखा डाकघरों में कनेक्टीविटी की समस्या के कारण कोर बैंकिंग सेवा से जुड़ नहीं पा रहे थे. वहां स्पेशल एंटीना लगाकर डाकघरों में इंटरनेट कनेक्टीविटी दी गयी है.
उन्होंने बताया कि फिलहाल सॉफ्टवेयर के माध्यम से डाकघरों में कोर बैंकिंग सेवा मुहैया करायी जा रही है. यही नहीं कोर बैंकिंग सेवा से जुड़ने से आईपीबीपी (इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक) के माध्यम से घर बैठे खाते का पैसा मंगवा सकते हैं.
Posted by Ashish Jha