पटना. बिहार के सभी 243 विधानसभा क्षेत्रों में सभी विधायकों को अपना कार्यालय होगा. नीतीश सरकार ने सोमवार को विधानसभा में इसकी घोषणा की है. इस घोषणा के बाद प्रदेश के सभी विधायक अपने क्षेत्रों के जनता-जनार्दन की समस्या को सुनेंगे.
बिहार विधानमंडल में मॉनसून सत्र के दूसरे दिन विधानसभा में अग्निपथ योजना को लेकर जमकर हंगामा हो रहा था. विरोधी दल (राजद-कांग्रेस-माले) के सभी विधायक वेल में प्रदर्शन कर रहे थे. इसी दौरान विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा ने विधायकों के हित में एक ऐलान किया. जिसके बाद सभी विधायक अपने अपने जगह पर जा बैठ गए .दरअसल विधायकों की मांग के बाद बिहार विधानसभा में कार्य मंत्रणा की बैठक हुई जिस बैठक में यह सहमति बनी कि सभी विधायकों के लिए उनके प्रखंड कार्यालय और जिला समाहरणालय में बैठने के लिए कार्यालय के रूप में एक कमरा उपलब्ध कराया जाएगा.
इस बात की जानकारी विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा ने सदन में विधायकों को दी. उन्होंने कहा कि बिहार के विकास में विधायकों की अहम भूमिका है. विधायक जनता की समस्याओं को आसानी से दूर करें, इसके लिए यह निर्णय लिया गया है. विधायकों के लिए उनके क्षेत्र में और जिले में कार्यालय की व्यवस्था किए जाने से विधायकों में भी काफी खुशी है. सत्ता पक्ष और विपक्ष के सभी विधायक सरकार के इस निर्णय से प्रभावित दिखे
उल्लेखनीय है कि बिहार में विधायकों की पुरानी मांग रही है कि उनके लिए भी सरकार के द्वारा जिला में या उनके विधानसभा क्षेत्र में कार्यालय की व्यवस्था की जाए. फिलहाल विधायकों के लिए कार्यालय की व्यवस्था सरकार की ओर से कहीं नहीं की गई है. ऐसे में विधायकों की मांग को देखते हुए सरकार ने निर्णय लिया है कि अब बिहार में विधायकों के लिए भी कार्यालय की व्यवस्था की जाएगी जहां बैठ कर वो अपने क्षेत्र की जनता के समस्याओं का समाधान कर सकेंगे.