Patna Mahavir Mandir: आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने बुधवार 18 सितंबर को एक चौंकाने वाला दावा किया था. उन्होंने राज्य की पिछली जगन सरकार पर तिरुपति के प्रसिद्ध लड्डुओं में जानवरों की चर्बी के उपयोग का आरोप लगाया था. उन्होंने कहा था कि वाईएसआर कांग्रेस ने तिरुमला मंदिर की पवित्रता को धूमिल किया और लड्डूओं को बनाने में घी की जगह जानवर की चर्बी का उपयोग किया. जिसके बाद से ही पूरे देश में सियासी बवाल मचा हुआ है. इस बीच पटना महावीर मंदिर के ट्रस्टी किशोर कुणाल ने अपने यहां बनने वाले प्रसाद को लेकर बड़ी जानकारी दी है.
कर्नाटक के नंदनी घी से बनता है महावीर मंदिर का लड्डू
महावीर मंदिर के ट्रस्टी किशोर कुणाल ने बताया कि जो लड्डू भगवान के प्रसाद के लिए बनता है उसकी शुद्धता की 100 प्रतिशत गारंटी है. लड्डूओं को बनाने के लिए मंदिर प्रशासन हर महीने 94 लाख किलो नंदनी घी का इस्तेमाल करता है. जो कि भारत के दक्षिणी राज्य कर्नाटक से आता है.
हर 2 महीने पर होती है लड्डूओं की जांच- किशोर कुणाल
पटना के महावीर मंदिर के ट्रस्टी आचार्य किशोर कुणाल ने शुक्रवार को पटना में प्रेस क्रॉन्फ्रेंस कर बताया कि मंदिर का नैवेद्यम लडड् पूरी तरह से शुद्ध है. इन लड्डूओं की हर दो महीने पर दिल्ली में जांच होती है. इसलिए हमारे प्रसाद में किसी भी तरह की शुद्धता की शिकायत नहीं है. बता दें कि इस मंदिर में नैवेद्यम का लड्डू बजरंगबली को भोग के रूप में लगाया जाता है. यह लड्डू काफी स्वादिष्ट होता है. इस प्रसाद को लेकर मान्यता है कि इस लड्डू को खाने से लोग कई गंभीर बीमारियों से बच सकते हैं.
पटना जंक्शन के पास स्थित है मंदिर
बता दें कि भगवान हनुमान जी का यह मंदिर पटना जंक्शन के पास स्थित है. महावीर मंदिर देश ही नहीं, बल्कि विदेश में भी काफी मशहूर है. यह हिंन्दुओं की आस्था का सबसे बड़ा केन्द्र है. यहां साल भर श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रहती है. माना जाता है कि इस मंदिर में सच्चे मन से पूजा-पाठ करने से भक्तों की सारी मनोकामना पूरी होती है.