केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और ओडिसा के सीएम नवीन पटनायक दिसंबर में बिहार आ रहे हैं. बिहार में इनकी सीएम नीतीश कुमार के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक है. तीनों नेताओं की यह मुलाकात पांच राज्यों के चुनाव परिणाम आने के तुरंत बाद होगी. कहा जा रहा है कि एनडीए छोड़ने के बाद नीतीश कुमार की केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से यह पहली मुलाकात होगी. इसी प्रकार से ओडिसा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक से भी बिहार के मुख्यमंत्री और जदयू नेता नीतीश कुमार से यह मुलाकात दिलचस्प होगी. क्योंकि विपक्षी दलों की पटना में आहूत 23 जून की पहली बैठक के पहले दोनों की मुलाकात हुई थी. नीतीश कुमार इंडिया गठबंधन के बंधन में उनको भी शामिल करने के लिए उनसे मिलने उड़िसा गए थे. इस बैठक में पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी को भी आना है, लेकिन इसकी संभव बहुत कम है. कहा जा रहा है कि ममता बनर्जी इस बैठक में अपने किसी प्रतिनिधि को भेज सकती है.
एनडीए गठबंधन टूटने के बाद केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और नीतीश कुमार की यह पहली मुलाकात होगी. यह मिलन मेलमिलाप वाला होगा या तालमेल या सिर्फ मिलने वाला- यह देखना रोचक होगा.गठबंधन टूटने के बाद पीएम नरेंद्र मोदी से सीएम नीतीश कुमार की एक ही मुलाकात जी 20 डिनर में हुई थी। उस वक्त सीएम नीतीश कुमार और पीएम मोदी की तस्वीर काफी वायरल हो रही थी. वह भी जब तक सीएम नीतीश इंडी गठबंधन के अगुवा बने हुए थे. बैक टू बैक इंडी गंठन की बैठकें हुई थीं. ऐसे में सीएम नीतीश और पीएम मोदी की मुलाकात की तस्वीर सामने आई तो कयासों का बाजार गर्म हो गया था. अब एक मौका ऐसा आया है कि नीतीश कुमार और अमित शाह की मुलाकात होने वाली है. आगामी इस बार सीएम नीतीश कुमार और गृह मंत्री अमित शाह आमने-सामने हो सकते हैं.
सूत्रों का कहना है कि अबतक की योजना के अनुसार उनकी भेंट बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से तय है. अमित शाह गठबंधन टूटने के बाद कई बार बिहार के दौरे पर आ चुके हैं. उन्होंने गठबंधन टूटने पर नीतीश कुमार पर तंज कसने का कोई अवसर नहीं छोड़ा है. जवाब सीएम नीतीश कुमार की ओर से भी दिया जाता रहा है. मिलन कराने वाली इस बैठक में ओडिसा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक की मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात होगी. यह भी मायने रखेगी.दरअसल, यह मुलाकात पटना में पूर्वी क्षेत्रीय परिषद यानि ईजेडसी की बैठक को लेकर होनी है. ईजेडसी की इससे पहले कोलकाता में पिछले साल बैठक हुई थी. तब नीतीश कुमार ने तेजस्वी यादव को उस बैठक में भेज दिया था. लेकिन इस बार तो यह बैठक पटना में ही हो रही है. ऐसे में नीतीश कुमार के पास बैठक से किनारा करना थोड़ा मुश्किल हो सकता है. ईजेडसी की यह 26वीं बैठक है. पूर्वी क्षेत्र में बिहार के साथ झारखंड, ओडिशा और पश्चिम बंगाल भी शामिल है.