Bihar: अमित शाह वाल्मीकिनगर सीट JDU से छीनने की तैयारी में आ रहे! दो दशक से है NDA का कब्जा, जानिए इतिहास..

गृहमंत्री अमित शाह फिर एकबार बिहार का दौरा करने आ रहे हैं. पश्चिमी चंपारण का वाल्मीकिनगर सीट इस बार भाजपा के निशाने पर है. इस सीट को जदयू से छीनने की कोशिश में भाजपा लगेगी. जानिए क्या है इस सीट का इतिहास..

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 9, 2023 10:47 AM

Amit Shah In Bihar: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह 25 फरवरी को बिहार दौरे पर रहेंगे. इस बार अमित शाह एक ही दिन में दो अलग-अलग जिलों में सभा को संबोधित करेंगे. पटना में किसान मजदूर समागम तो पश्चिमी चंपारण के वाल्मीकिनगर लोकसभा क्षेत्र में भाजपा कार्यकर्ताओं को संबोधित करेंगे. बिहार में बदले सियासी समीकरण के बाद अब भाजपा के निशाने पर जदयू की सीटें हैं. वाल्मीकिनगर लोकसभा सीट पर दो दशक से अधिक एनडीए का कब्जा रहा है. अब भाजपा इस सीट को जदयू से छीनने के लिए पूरी ताकत झोंकती नजर आ रही है.

25 फरवरी को वाल्मीकिनगर लोकसभा क्षेत्र में अमित शाह

लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर सभी पार्टियां अब तैयारी तेज कर चुकी है. एक ओर जहां महागठबंधन अपनी तैयारी में है तो वहीं भाजपा अब आक्रमक होकर इस ओर जुट रही है. गृह मंत्री अमित शाह लगातार बिहार का दौरा कर रहे हैं. इस बार वो 25 फरवरी को वाल्मीकिनगर लोकसभा क्षेत्र पहुंच रहे हैं. इस सीट को जदयू से छीनने के प्रयास में भाजपा लगेगी. दरअसल, पिछले दो दशकों से ये सीट एनडीए के ही खाते में गयी लेकिन इसपर जदयू उम्मीदवार जीत दर्ज करते रहे.

4 बार जदयू तो एक बार भाजपा ने जीत दर्ज की.

वाल्मीकिनगर सीट 2008 में अस्तित्व में आया. इससे पहले यह बगहा संसदीय क्षेत्र के नाम से जाना जाता था. करीब 17 लाख मतदाताओं वाली इस सीट के अंदर 6 विधानसभा है. 75 प्रतिशत से अधिक यहां हिंदू मतदाता हैं. यहां 1984 के बाद कांग्रेस को जीत नहीं नसीब हुई है. 1999 से लेकर 2019 तक के लोकसभा चुनाव में 4 बार जदयू तो एक बार भाजपा ने जीत दर्ज की है. 20 साल से एनडीए को ही यहां समर्थन मिला.

पहली मोदी लहर में भाजपा का खुला खाता

बता दें कि जब पहली बार 2014 में नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री उम्मीदवार बने तो ये सीट भाजपा की झोली में गयी और बीजेपी ने यहां जीत दर्ज की. पहली बार यहां भाजपा को जीत मिली थी. लोकसभा चुनाव 2019 में जदयू के बैजनाथ प्रसाद महतो यहां से जीते. साढ़े तीन लाख वोटों से अधिक के अंतर से वो जीते थे.

उपचुनाव में भी जदयू की जीत

लेकिन 2020 में बैजनाथ प्रसाद महतो का निधन हो गया. इस सीट पर जब उपचुनाव हुआ तो जदयू के सुनील कुमार ने कांग्रेस प्रत्याशी को हराया था. अब भाजपा इस सीट पर अपनी जीत तय करने के लिए मैदान सजाने में लगी है.

Posted By: Thakur Shaktilochan

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