केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह 9 मार्च, शनिवार को बिहार आ रहे हैं. पटना से सटे पालीगंज में एक जनसभा को भी अमित शाह संबोधित करेंगे. इस जनसभा का आयोजन भाजपा ओबीसी मोर्चा की ओर से किया गया है. अमित शाह बिहार में हुए सियासी उलटफेर के बाद पहली बार आ रहे हैं. जबकि इससे पहले कई बार उनका आगमन बिहार में हो चुका है. भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष व बीजेपी के चाणक्य कहे जाने वाले अमित शाह मिशन बिहार को लेकर काफी सक्रिय रहे हैं. साल भर के अंदर ही आधा दर्जन से अधिक बार वो बिहार आ चुके हैं. यहां अलग-अलग जिलों में रैलियों और बैठकों के जरिए उन्होंने सियासी नब्ज को टटोला है.
मिशन बिहार पर अमित शाह
लोकसभा चुनाव 2019 में एनडीए को बिहार में 40 में 39 सीटों पर जीत मिली थी. किशनगंज की सीट पर जदयू के उम्मीदवार हारे थे और कांग्रेस प्रत्याशी की जीत से विपक्ष ने बिहार में एकमात्र सीट पर जीत का स्वाद चखा था. वहीं बिहार विधानसभा चुनाव 2020 में एनडीए ने बहुमत हासिल किया और सूबे में भी एनडीए की सरकार बनी. लेकिन बाद में सियासी उलटफेर हुआ और जदयू महागठबंधन का हिस्सा बन गयी. जदयू ने लोकसभा चुनाव में अपने कोटे के 17 में 16 सीटों पर जीत दर्ज की थी. अब इन 17 सीटों पर भाजपा को नये सिरे से तैयारी करने की जरूरत पड़ चुकी थी. जिसपर अमित शाह ने मजबूती से काम करना शुरू कर दिया था. मिशन 40 पर बीजेपी ने अपने सहयोगियों के साथ मिलकर तैयारी शुरू कर दी थी.
अमित शाह का ताबड़तोड़ दौरा..
जदयू और भाजपा के मिलन के पहले अमित शाह ने बिहार का ताबड़तोड़ दौरा किया था. सितंबर 2022 में उन्होंने सीमांचल को साधा. पूर्णिया में विशाल जनसभा को गृहमंत्री ने संबोधित किया था और चुनाव की तैयारी का शंखनाद किया था. उन्होंने किशनगंज का भी दौरा इस दौरान किया था. सीमांचल के सियासी तापमान को उन्होंने बढ़ा दिया. वहीं पिछले साल अमित शाह ने 7 बार बिहार का दौरा किया.
सालभर में आधा दर्जन से अधिक बार आए बिहार
अमित शाह पिछले साल 2023 ने आधा दर्जन से अधिक बार बिहार का दौरा किया था. नवंबर 2023 में उन्होंने मुजफ्फरपुर के पताही हवाई अड्डा मैदान से जनसभा को संबोधित किया था. इससे पहले 16 सितंबर को वो मधुबनी के झंझारपुर में रैली को संबोधित करने आए थे. इसी दौरे पर गृहमंत्री अररिया के जोगबनी भी एक सरकारी कार्यक्रम में शामिल हुए थे. वहीं छपरा के सिताब दियारा, वाल्मीकिनगर, पटना, नवादा और लखीसराय में भी उनकी जनसभा हो चुकी है. कई जगहों पर उन्होंने भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ बैठकें की है. वहीं किसानों के कार्यक्रम को भी संबोधित कर चुके हैं.
नयी सरकार बनने के बाद पहली बार आ रहे बिहार
अमित शाह बिहार में एनडीए की दोबारा सरकार बनने के बाद पहली बार बिहार आ रहे हैं. इससे पहले 10 दिसंबर 2024 को पूर्वी परिषद की बैठक में गृह मंत्री पटना आए थे. तब सूबे में महागठबंधन की सरकार थी. सीएम नीतीश कुमार व तत्कालीन उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव भी उनके साथ बैठक में शामिल हुए थे. अब सूबे में एनडीए की सरकार फिर से बनी है. भाजपा अब सत्ता में है. अमित शाह अब पटना के पालीगंज से हुंकार भरेंगे.
बिहार की राजनीति पर अमित शाह की रही है पैनी नजर
बिहार की राजनीति पर अमित शाह शुरू से पैनी नजर बनाए रखे हैं. बिहार में हुए सियासी उलटफेर के दौरान भी दिल्ली से ही गृह मंत्री बेहद सक्रिय दिखे थे. बिहार के नेताओं ने लगातार संपर्क में रहे. कहीं अगर कोई निराशा गठबंधन के किसी नेता के अंदर दिखी तो उनसे फोन के जरिए अमित शाह संपर्क करते और मामले को सुलझाते रहे हैं. अब मिशन बिहार पर अमित शाह फिर एकबार सक्रिय हैं.