अमित शाह ने की नीतीश कुमार से बात,जदयू, राजद, कांग्रेस ने आज बुलायी विधायकों की बैठक
मंगलवार का दिन बिहार की राजनीति के लिए अहम हो सकता है. सियासी हलचल के बीच जदयू-राजद-कांग्रेस ने विधायकों की बैठक बुलायी है. वहीं सोमवार की देर शाम केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से बातचीत की.
पटना. मंगलवार का दिन बिहार की राजनीति के लिए अहम हो सकता है. सियासी हलचल के बीच जदयू-राजद-कांग्रेस ने विधायकों की बैठक बुलायी है. वहीं सोमवार की देर शाम केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से बातचीत की. सोमवार को जदयू जहां आरसीपी को लेकर हमलावर दिखा, वहीं भाजपा के नेताओं ने चुप्पी साधे रखी. राजद ने भी साफ कर दिया है कि उसे अभी तक कोई ऑफर नहीं आया है, वहीं भाजपा के बड़े नेताओं को दिल्ली बुलाया गया है. खास बात यह कि सत्ता समीकरण में बदलाव की बात कोई खुलकर नहीं कह रहा, पर भाजपा को छोड़ सभी पार्टियों ने अपने विधायकों को पटना में मौजूद रहने को कहा है.
बातचीत का ब्योरा सामने नहीं आ पाया
राज्य में सोमवार को सियासी सरगर्मी तेज हो गयी. जदयू ने अपने सभी सांसदों और विधायकों की मंगलवार को बैठक बुलायी है, वहीं सोमवार की देर शाम केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से बातचीत की. बातचीत का ब्योरा सामने नहीं आ पाया, लेकिन माना जा रहा है कि राज्य में जदयू और भाजपा के रिश्तों को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से चर्चा की.
करीब 10 मिनट तक हुई बातचीत
इस बातचीत को लेकर जदयू-भाजपा सूत्रों ने कुछ भी कहने से मना किया. सूत्रों के मुताबिक करीब 10 मिनट तक बातचीत हुई. इधर, पटना में उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद के सरकारी आवास पर सोमवार को देर शाम प्रदेश भाजपा नेताओं की लंबी बैठक चली. वहीं मुख्यमंत्री आवास पर दिन के 11 बजे आयोजित बैठक में पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह के इस्तीफे के बाद उत्पन्न राजनीतिक परिस्थितियों पर चर्चा होगी. बैठक में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी मौजूद रहेंगे.
क्या भाजपा अब जदयू से कौन मंत्री बनेगा, तय करेगी
वहीं जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री ने आरसीपी सिंह प्रकरण के बाद पैदा हुई स्थिति के बारे में पार्टी सांसदों से उनके विचार जानने के लिए कल बैठक बुलायी है. ललन सिंह ने जदयू के एनडीए से बाहर निकलने संबंधी सीधे सवाल पर कोई जवाब नहीं दिया. पर, उन्होंने नाराजगी जताते हुए कहा कि क्या भाजपा अब जदयू से कौन मंत्री बनेगा, तय करेगी. उन्हाेंने अखबारों का हवाला देते हुए कहा कि आरसीपी सिंह ने कहा है कि उन्हें केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बताया था कि उनके नाम को मंत्री पद के लिए मंजूरी दी गयी है.
आरसीपी सिंह अपनी मर्जी से मंत्री बने थे
उन्होंने मुख्यमंत्री को सूचित करने के बाद शपथ लेने का दावा किया था, जो कि इसकी पुष्टि करता है कि हम आरसीपी पर क्या आरोप लगाते रहे हैं. ललन सिंह ने कहा, हमारा आरोप है कि आरसीपी सिंह अपनी मर्जी से मंत्री बने थे. उन्होने कहा कि जदयू के कुछ सदस्यों द्वारा लगाये गये भ्रष्टाचार के आरोपों पर आरसीपी से स्पष्टीकरण मांगने के लिए नोटिस दिया गया था. इसके बाद आरसीपी सिंह नेदो दिन पहले पार्टी से इस्तीफा देदिया था.