पटना. बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष आनंद किशोर को गुरुवार को नयी दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित सिविल सर्विस डे के मौके पर प्राइम मिनिस्टर अवार्ड फॉर एक्सिलेंस इन पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन सम्मान से सम्मानित किया गया. सम्मान मिलने पर आनंद किशोर ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के प्रति आभार जताया है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा दिये गये निर्देशों के आलोक में ही बिहार बोर्ड की पूरी परीक्षा प्रक्रिया एवं व्यवस्था को पारदर्शी तथा छात्र हितकारी बनाया गया है.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा दिये गये निर्देशों के आलोक में बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा आयोजित किये जाने वाली परीक्षाओं की संपूर्ण व्यवस्था में व्यापक गुणात्मक सुधार करने के साथ-साथ समिति के कार्यों को कंप्यूटरीकृत करते हुए समिति की कार्य प्रणाली में व्यापक सुधार एवं बदलाव किये गये हैं, जिनके फलस्वरूप परीक्षा आयोजन एवं परीक्षाफल प्रकाशन के मामले पूरे देश में नया कीर्तिमान स्थापित किया गया है. इस प्राइम मिनिस्टर अवार्ड के साथ 10 लाख रुपये की राशि, प्रशस्ति पत्र व ट्रॉफी मिली है. इस पुरस्कार राशि 10 लाख रुपये को बिहार बोर्ड के खाते में जमा किया जायेगा. इससे पहले आनंद किशोर को अनेक नव प्रयोगों तथा परीक्षा व्यवस्था में व्यापक सुधारों के लिए यह सम्मान 2020 में मिला था.
आनंद किशोर ने इस अवसर पर राज्य के लाखों स्टूडेंट्स व अभिभावकों के साथ-साथ राज्य के सभी विद्यालयों व कॉलेजों को बधाई दी है. उन्होंने कहा कि यह पुरस्कार राज्य के लाखों स्टूडेंट्स एवं शिक्षकों को समर्पित है. सभी लोगों ने बोर्ड के नियम का बखूबी पालन किया है. समिति के कर्मियों व पदाधिकारियों को भी बधाई दी है.
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कुछ वर्षों में बोर्ड के कार्यों में आइटी, सॉफ्टवेयर व टेक्नोलॉजी का व्यापक इस्तेमाल किया गया. सुधारों के कारण ही बिहार बोर्ड ने लगातार चौथे वर्ष 2019 से 2022 तक देश में सबसे पहले मैट्रिक एवं इंटर का रिजल्ट जारी कर कीर्तिमान स्थापित किया.