NDA 3.0: आनंद मोहन ने रेल मंत्रालय बिहार के हिस्से में देने की कर दी मांग, जानिए क्या वजह बताए…
एनडीए की नयी सरकार में रेल मंत्रालय बिहार के हिस्से में देने की मांग आनंद मोहन ने की है. जानिए इसके पीछे की वजह क्या बता गए..
NDA 3.0: लोकसभा चुनाव 2024 में मिले जनादेश के बाद एनडीए लगातार तीसरी बार देश में सरकार बनाने जा रही है. नरेंद्र मोदी को एनडीए की बैठक में आज शुक्रवार को संसदीय दल का नेता चुना जाएगा. वो तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे जिसकी तैयारी में एनडीए जुटा हुआ है. इस बीच जब भाजपा को नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पहली बार अकेले बहुमत नहीं मिली है और जदयू की अहमियत नयी सरकार में बढ़ी है तो मंत्रालयों को लेकर भी चर्चा तेज है. पूर्व सांसद आनंद मोहन ने रेल मंत्रालय बिहार के हिस्से में आने की वकालत की है.
रेल मंत्रालय को लेकर चर्चा तेज
पूर्व सांसद आनंद मोहन की पत्नी लवली आनंद ने शिवहर संसदीय सीट से जदयू उम्मीदवार के तौर पर जीत दर्ज की है. एकतरफ जहां दिल्ली में जदयू संसदीय दल की बैठक बुलाई गयी है और एनडीए की बैठक में शुक्रवार को ही नरेंद्र मोदी को एनडीए संसदीय दल का नेता चुना जाना है तो वहीं दूसरी ओर मंत्रालय के बंटवारे को लेकर भी चर्चा का बाजार गरम है. इस बीच आनंद मोहन ने बड़ा बयान दिया है.
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आनंद मोहन ने की बिहार के लिए मांग
आनंद मोहन ने समाचार एजेंसी ANI से बातचीत में कहा कि रेल मंत्रालय की मांग उचित है. वो लगातार बिहार के हिस्से रहा है. उन्होंने कहा कि ललित नारायण मिश्र, राम सुभग सिंह,रामविलास पासवान, नीतीश कुमार और स्वर्गीय दिग्विजय सिंह के समय से जो काम अधूरे रहे हैं वो अगर पूरे करने हैं तो पिछड़े बिहार को रेल मंत्रालय चाहिए.
नयी सरकार में जदयू की होगी अहम भूमिका
गौरतलब है कि एनडीए को लोकसभा चुनाव 2024 में सरकार बनाने के लिए जनादेश मिला है. इसबार भाजपा के पास अकेले बहुमत नहीं है. जिसकी वजह से नयी बनने वाली सरकार में घटक दलों का बड़ा रोल होगा. जदयू की भूमिका नयी सरकार में काफी अहम होगी. इसबार जदयू नरेंद्र मोदी कैबिनेट में सम्मानजनक हिस्सेदारी लेने का प्रयास करेगी.