आनंद मोहन जेल मैनुअल में बदलाव के बाद करीब 16 साल बाद जेल से बाहर आए. पूर्व सांसद और बाहुबली नेता आनंद मोहन की रिहाई पर शुक्रवार को चुनौती देने वाली याचिका पर SC में सुनवाई अगले साल जनवरी तक टल गई है.1994 में गोपालगंज के तत्कालीन डीएम जी कृष्णैय्या की हत्या मामले में आनंद मोहन सिंह दोषी हैं. जेल में 16 साल की उन्होंने सजा भी काट चुके हैं. नीतीश सरकार ने जेल मैनुअल में संशोधन कर आनंद मोहन समेत 97 कैदियों को जेल से रिहा कराया है.
लेकिन, आनंद मोहन की रिहाई को जी कृष्णैय्या की पत्नी ने सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है. इस मामले में 26 सितंबर को होने वाली सुनवाई टल गई थी. सुप्रीम कोर्ट में आज फिर यह मामला टल गई. सुप्रीम कोर्ट में डीएम की हत्या के मामले में इससे पहले 11 अगस्त को सुनवाई हुई थी. बिहार सरकार को कोर्ट ने इस मामले में एडिशनल काउंटर एफिडेविट फाइल करने का आदेश दिया था.