बिहार: नरेंद्र मोदी सरकार पर बरसे आनंद मोहन, कहा- आजीवन कैद मंजूर मगर सांप्रदायिक ताकत के सामने झुकना नहीं
बिहार के बाहुबली और पूर्व सांसद आनंद मोहन जेल से रिहाई के बाद पहली बार सुपौल पहुंचे. गुरुवार की शाम उनके स्वागत में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इसमें बड़ी संख्या में लोगों ने हिस्सा लिया.
बिहार के बाहुबली और पूर्व सांसद आनंद मोहन जेल से रिहाई के बाद पहली बार सुपौल पहुंचे. गुरुवार की शाम उनके स्वागत में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया. किशनपुर के सिसौनी गांव में आयोजित जन सभा में आनंद मोहन ने केंद्र सरकार पर जमकर हमला किया. उन्होंने खुद को दलित विरोधी कहे जाने को लेकर बीजेपी पर तीखा हमला किया. पूर्व सांसद ने कहा कि आज बीजेपी की बी टीम हैदराबाद और उत्तर प्रदेश में है. जबकि, ईडी, सीबीआई और अन्य आयोग उसकी सी टीम है.
2024 का चुनाव सबका परिणाम बतायेगा
आनंद मोहन ने कहा कि वो आजीवन कारावास में रहने को तैयार हैं. मगर सांप्रदायिक ताकतों के सामने सिर झुकाने को कभी तैयार नहीं हैं. उन्होंने कहा कि कई लोग उन्हें जनसंपर्क अभियान धीमा करने की नसीहत देते हैं. लोगों का कहना है कि आठ अगस्त को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होनी है. उससे पहले शांत रहने की जरूरत है. लेकिन मुझे कोर्ट पर भरोसा है. आनंद मोहन ने कहा कि 2024 का चुनाव सबका परिणाम बताएगा.
बीजेपी के पास केवल मुसलमान और पाकिस्तान मुद्दा
पूर्व सांसद ने कार्यक्रम में लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि चुनाव लड़ने के लिए बीजेपी के पास मुद्दा ही नहीं है. केवल पाकिस्तान और मुसलमान पर ही बात करती है. मगर ये दो मुद्दे न हो और प्रेस को स्विच ऑफ कर दिया जाए तो ये लोग छटपटाकर मर जाएंगे. उन्होंने कहा कि 2024 के चुनाव में वो उनकी औकात दिखा देंगे.
नोटबंदी में बने बीजेपी के कई कार्यालय
जनसभा को संबोधित करते हुए आनंद मोहन ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि नोटबंदी के समय जब लोग चार-चार हजार रुपये लेकर लाइन में खड़े थे, तब बीजेपी का करोड़ों का कार्यालय बन रहा था. कोरोना काल में राम मंदिर के नाम पर शिलापूजन किया जा रहा था. लोगों से ईंट ली जा रही थी. सब बीजेपी कार्यालय बनाने में लग गया. आनंद मोहन ने सरदार पटेल की स्टैच्यू ऑफ यूनिटी पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि जिस देश को सबसे बड़ा दुश्मन कहते हैं, उसी चीन से सरदार पटेल की मूर्ति मंगायी गयी.