Anant singh: पूर्व विधायक अनंत सिंह अभी एके-47 मामले में जेल में बंद हैं. इसी मामले में उनकी विधायकी रद्द कर दी गई थी. लेकिन मोकामा विधानसभा क्षेत्र में अनंत सिंह कि लोकप्रियता के आलम का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि जेल में बंद रहते हुए या फिर निर्दलीय चुनावी मैदान में उतरने के बावजूद भी विरोधी उनके सामने नहीं टिक पाते हैं. यह अनंत का ही जादू है कि जेल रहने के बावजूद उनकी पत्नी ने भारी बहुमत से जीत का परचम लहराया.
विधानसभा उपचुनाव में जीत के बाद अनंत सिंह के पटना स्थित आवास पर उनके समर्थकों ने जमकर जश्न मनाया. इन सब के बीच अनंत के आवास पर वे सभी चीज जो छोटे सरकार को खास तौर पर पसंद है. वह एक कोने में पड़ा रहा. हालांकि अनंत सिंह को पसंद खास चीज जैसी बग्गी आदि को उनकी उनकी पत्नी नीलम देवी ने आज भी संभालकर रखा है.
छोटे सरकार के नाम से मशहूर अनंत सिंह को पशुओं से खास लगाव है. खासकर घोड़ा, हाथी और गायों से. घोड़े को लेकर अनंत सिंह कि दीवानगी इसी बात से समझा जा सकता है कि एक बार अनंत बग्गी पर सवार होकर विधानसभा पहुंच गए थे. अनंत सिंह के खास घोड़े का नाम लाडला है. अनंत इस घोड़े को काफी प्यार करते हैं. समर्थक बताते हैं कि लाडला घोड़े को सुबह-शाम देसी गाय को दूध पिलाया जाता है.
घोड़े की सवारी और मूँछों पर ताव अनंत की को बाकी जन प्रतिनिधियों से थोड़ा अलग बनाता है. घोड़े की सवारी के लिए अनंत ने एक खास बग्गी भी बनवाया है. अनंत सिंह के पटना स्थित आवास पर आज भी बग्गी को उनकी पत्नी नीलम देवी ने संभालकर रखा है. उनके करीबी कहते हैं कि छोटे सरकार को जो घोड़ा पसंद आ जाता है, उसे खरीद लेते हैं. बताया जाता है कि एक बार उन्होंने सोनपुर पशु मेले से आरजेडी सुप्रीमों लालू प्रसाद यादव का घोड़ा खरीद कर काफी सुर्खियां बटोरी थीं.
विधायक बनने के बाद अनंत सिंह ने कई आलीशान गाड़ियां खरीदी. कई मंहगी कार और एसयूवी होने के बावजूद अनंत पटना की सड़कों पर घोड़े की सवारी करते थे. घोड़े की सवारी का अनंत सिंह को इतना शौक था कि उन्होंने दिल्ली से एक खास बग्गी मंगवायी थी. अनंत के समर्थक बताते हैं कि घोड़े, गाय और बग्गी को अनंत सिंह शान की निशानी मानते है.
अनंत सिंह के पशु प्रेम का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि पटना स्थित उनके सरकारी आवास पर 18 गाये हैं. ये सभी गाये सुबह और शाम मिलाकर कुल 100 किलो दूध देती है. लेकिन इतनी मात्रा में दुध होने के बावजूद आज भी अनंत सिंह के आवास पर दूध की बिक्री नहीं की जाती है. बताया जाता है कि अनंत अपने आवास पर आने वाले सभी लोगों का स्वागत दूध पिलाकर किया करते थे. आज अनंत भले ही जेल में बंद हो. लेकिन उनके आवास पर आज भी लोगों को दूध पिलाने की पंरपरा जारी है. अनंत के समर्थक बताते हैं छोटे सरकार के आवास पर आने वाला कभी खाली हाथ नहीं लौटता. आम हो या खास सभी को यहां दूध पिलाया जाता है. इसके अलावे अनंत सिंह के खास घोड़े को भी सुबह-शाम पिलाया जाता है.बता दें कि अनंत सिंह के खास घोड़े का नाम लाडला है.
बीते दिनों मोकामा विधानसभा उपचुनाव का परिणाम आया था. चुनाव में अनंत सिंह की पत्नी नीलम देवी ने परचम लहराया था.नीलम देवी की इस जीत को बीजेपी ने छोटे सरकार का जीत बताया था. शायद बीजेपी की यह बात सही भी है. क्योंकि जब एक समय में लालू यादव ने अनंत सिंह का विरोध किया था उस समय भी अनंत निर्दलीय जीत गए थे. अनंत सिंह की पहचान लोगों के बीच रॉबिनहुड जैसी है. अपराध से जुड़े कई गंभीर आरोप के बावजूद जनता उन्हें एकतरफा मत देकर जिता देती है. अनंत सिंह फिलहाल पटना के बेउर जेल में बंद हैं.