बेऊर जेल में अनंत सिंह की बढ़ायी गयी सुरक्षा, भागलपुर शिफ्ट किए गए बेऊर जेल के 27 बंदी
पूर्व विधायक अनंत सिंह सहित 32 कैदियों पर आइपीसी की नौ गंभीर धाराओं में प्राथमिकी दर्ज की गयी है. इन लोगों पर पुलिस की अभिरक्षा से छुड़ाने के प्रयास के भी संगीन आरोप लगाये गये हैं.
बेऊर जेल में हंगामा, जेलर-कक्षपालों के साथ मारपीट मामले में पटना पुलिस आरोपितों को रिमांड पर लेगी. कोर्ट को इन आरोपितों के खिलाफ दर्ज नयी प्राथमिकी की जानकारी दी जायेगी, जिसके कारण अब इस केस में भी आरोपितों को बेल लेना होगा. अगर किसी की जमानत होने के भी कगार पर होगी, तो उनकी मुश्किलें अब बढ़ गयी हैं, क्योंकि पूर्व विधायक अनंत सिंह सहित 32 कैदियों पर आइपीसी की नौ गंभीर धाराओं में प्राथमिकी दर्ज की गयी है. इन लोगों पर पुलिस की अभिरक्षा से छुड़ाने के प्रयास के भी संगीन आरोप लगाये गये हैं.
इधर, अनंत सिंह के वार्ड की सुरक्षा बढ़ा दी गयी है. जेल अधीक्षक जितेंद्र कुमार पूरे मामले की जांच कर रहे हैं और संभवत: अपनी रिपोर्ट को बुधवार को जेल आइजी को सौंप देंगे. इसमें अन्य कक्षपालों के खिलाफ भी कार्रवाई होने की संभावना जतायी जा रही है. बैरक खुला रहने के मामले में कक्षपाल विपिन कुमार पटेल काे निलंबित कर दिया गया है. जेल प्रशासन ने 27 बंदियों को भागलपुर जेल में स्थानांतरित कर दिया है, क्योंकि प्राथमिकी में इस बात की भी आशंका जतायी गयी है कि यह घटना जेल प्रशासन को परेशान करने के लिए की गयी थी और भविष्य में भी ये लोग कुछ इसी तरह की घटना को अंजाम दे सकते हैं.
आइपीसी की इन धाराओं में प्राथमिकी
147- किसी पर हमला करना
149- समूह में क्षति पहुंचाने के उद्देश्य से हमला करना
323- साधारण मारपीट
341- किसी को गलत तरीके से राेकना
353- सरकारी कार्य में बाधा
337-मानव जीवन की सुरक्षा को नुकसान पहुंचाना
225- पुलिस की अभिरक्षा से छुड़ाने का प्रयास करना
427- किसी काे नुकसान पहुंचाना
504- शांति भंग करना
भागलपुर के कैंप व सेंट्रल जेल में रखे गये बेऊर के 27 बंदी
पटना के बेऊर जेल में बंद पूर्व विधायक अनंत सिंह के बैरक का ताला खुले रहने व जेलर-कक्षपालों के साथ हुई मारपीट मामले में आरोपित 31 बंदियों में से 27 बंदियों को भागलपुर के कैंप व सेंट्रल जेल में शिफ्ट किया गया है. सोमवार देर शाम हुई प्रशासनिक कार्रवाई के बाद सोमवार को उन्हें कड़ी सुरक्षा में भागलपुर लाया गया. लाये गये 27 बंदियों में से कारा विभाग के आदेश पर 13 बंदियों को शहीद जुब्बा सहनी केंद्रीय कारा (सेंट्रल जेल) और 14 को विशेष केंद्रीय कारा (कैंप जेल) में शिफ्ट किया गया है.
शहीद जुब्बा सहनी केंद्रीय कारा में शिफ्ट किये गये बंदियों में कन्हैया सिंह, बलदेव सिंह, साहिल राज उर्फ साहिल राज शर्मा, नीरज कुमार उर्फ बादशाह, रिकेश कुमार उर्फ रिंकेश, सन्नी कुमार, साजन कुमार, मो फिरोज, गौतम कुमार (पिता छेदी राय), गौतम कुमार (पिता अवधेश सिंह), गंगा गौतम, राजू कुमार और शिवम कुमार शर्मा शामिल हैं. वहीं विशेष केंद्रीय कारा शिफ्ट किये गये कैदियों में 9 विचाराधीन और 5 सजावार बंदी शामिल हैं. दोनों ही जेल प्रबंधनों ने बताया कि बंदियों को अति सुरक्षित सेलों में रखा गया है.
क्या है मामला
बेउर जेल में धरने पर अनंत सिंह करीब 50 से 60 समर्थकों के साथ बैठे थे. इस दौरान समर्थकों ने जेल प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और अपनी हत्या की आशंका भी जतायी. धरना-प्रदर्शन लगभग खत्म हो गया था. इसके बावजूद पूर्व विधायक धरने पर बैठे रहे. इन्हें जबरन धरने से हटाया जाने लगा. जैसे ही अनंत सिंह को हटाने की कोशिश की गयी, तो उनकी माैजदूगी में समर्थकाें ने कक्षपालाें पर लाठी-डंडे चला दिया, जिसमें चार कक्षपाल घायल हाे गये. इस दौरान सुरक्षाकर्मियों व कक्षपालों ने भी लाठी भांजी, जिसमें पूर्व विधायक के कुछ समर्थकाें काे भी चाेटें आयीं. यह घटना सुबह 7:50 बजे से करीब 10 बजे तक हाेती रही. इस मामले पर डीएम के आदेश पर पूर्व विधायक का वार्ड बंद नहीं करने काे लेकर एक-दाे कक्षपालाें काे निलंबित कर दिया गया है. वहीं हंगामा करने वाले कैदियों पर प्राथमिकी दर्ज की गई है. साथ ही 31 कैदियों को दूसरे जेल में भेजने की कार्रवाई की जा रही है.
कई बार बजी थी पगली घंटी
घटना के दौरान जेल में भगदड़ मच गयी. यह देख कर कई बार पगली घंटी बजायी गयी. पगली घंटी बजने के बाद कारा सुरक्षाकर्मियाें ने सभी कैदियाें और बंदियाें काे वार्ड में बंद कर दिया. जेल के बाहर सुरक्षा बढ़ा दी गयी. सभी टावराें पर सुरक्षाकर्मी चाैकस हाे गये. मुलाकातियाें काे मेन गेट से हटा दिया गया. जेल के अंदर और बाहर सुरक्षा व्यवस्था चाैकस कर दी गयी. मामले की जानकारी मिलते ही जेल आइजी, सहायक जेल आइजी, एसडीओ, फुलवारी एसडीपीओ बड़ी संख्या में पुलिस बल के साथ बेऊर जेल पहुंच गये. इसके अलावा बेऊर, फुलवारीशरीफ, रामकृष्णानगर समेत कई थानाें की पुलिस जेल पहुंच गयी.