गोपालगंज में आक्रोशित लोगों ने NH-27 को जाम कर की आगजनी, पुलिस पर भी किया हमला, एक पुलिसकर्मी घायल
गोपालगंज में पांच दिनों से लापता पुजारी की अपराधियों ने हत्या कर दी और उनकी दोनों आंखें निकाल लीं. हत्या की जानकारी मिलने के बाद लोगों का गुस्सा फूट पड़ा. हत्या से गुस्साये लोगों ने पहले एनएच-27 को जाम कर दिया और आगजनी कर दोनों तरफ से परिचालन रोक दिया.
गोपालगंज में पांच दिनों से लापता पुजारी की अपराधियों ने हत्या कर दी और उनकी दोनों आंखें निकाल ली. मांझा थाना क्षेत्र के दानापुर गांव में हत्या के बाद शनिवार की सुबह पुजारी का शव झाड़ियों में मिला, जिसके बाद स्थानीय लोगों में आक्रोश फैल गया. मृतक पुजारी की पहचान मनोज कुमार के रूप में किया गया, जो दानापुर गांव के वैद्यनाथ साह का पुत्र था. हत्या से गुस्साये लोगों ने पहले एनएच-27 को जाम कर दिया और फिर आगजनी कर दोनों तरफ से परिचालन रोक दिया.
पत्थरों और लाठियों से पुलिस पर किया हमला
मामले की जानकारी मिलने के बाद जब पुलिस समझाने के लिए मौके पर पहुंची तो गुस्साए लोगों ने उन पर पत्थरों और लाठियों से हमला कर दिया. पुलिस जिप्सी को भी तोड़फोड़ कर क्षतिग्रस्त कर दिया गया. इसके बाद हालात पर काबू पाने के लिए पुलिस को बल प्रयोग, लाठीचार्ज और कई राउंड फायरिंग करनी पड़ी. वहीं, इस घटना में एक पुलिसकर्मी घायल हो गया. शाम को कई थाने की पुलिस मौके पर पहुंची, जिसके बाद स्थिति को नियंत्रित करते हुए पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया है. इस दौरान पांच घंटे तक हाईवे जाम रहने से हजारों वाहन फंसे रहे.
गर्दन में गोली मारी गयी और आंखें निकाली गयी
मृतक के परिवार के लोगों का कहना है कि अपराधियों ने बहुत ही अजीब तरीके से मनोज कुमार की हत्या की है. उनके गर्दन के पास गोली मारी गयी है और उसकी दोनों आंखें निकाल ली गयी है. शरीर पर कई जगह चाकू के निशान भी मिले हैं. हालांकि पुलिस कह रही है कि पोस्टमार्टम के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा कि हत्या कैसे हुई. फिलहाल पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने तक पुलिस इंतजार करने की बात कह रही है.
शिवमंदिर से लापता हुआ था युवक
दरअसल, सोमवार की रात में मनोज कुमार शिव मंदिर पर गए थे, जहां से वो लापता हो गए. इसके बाद अगले दिन परिजनों मांझा थाने में इसकी शिकायत दर्ज करायी. साथ ही अपहरण की आशंका जाहिर की गयी. इसके बाद पुलिस ने खोजबीन शुरू की लेकिन कोई सुराग नहीं मिल सका. परिजनों ने दो दिन एचएन-27 को जाम भी किया, इसके बाद पुलिस ने आश्वासन दिया. पुलिस खोजबीन कर रही थी कि शनिवार की सुबह घर के पास ही झाड़ियों में मनोज का शव मिला. जिसके बाद इलाके में सनसनी फैल गयी और लोग आक्रोशित होकर सड़क पर उतर गए.
क्या कहते हैं एसडीपीओ…
सदर एसडीपीओ प्रांजल ने कहा कि पुलिस गहनता से एक-एक बिंदु पर जांच कर रही है. मामले में कुछ लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है. परिजनों को पुलिस की जांच में साथ देना चाहिए. एनएच-27 को जाम करने, पुलिस पर पथराव करने और पुलिस की जिप्सी में तोड़फोड़ किए जाने के मामले में उपद्रवियों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी.
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