बिहार में भ्रष्टाचार पर एक और चोट, खनन विभाग के उप निदेशक के कई ठिकानों पर विजिलेंस का छापा
आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने का आरोप है और आर्थिक अपराध इकाई की टीम गहनता से अभी भी छापेमारी कर रही है. इनकी 2006 में खनिज विभाग पदाधिकारी के लोक सेवक के रूप में तैनाती हुई थी.
पटना. बिहार में भ्रष्टाचार के खिलाफ निगरानी ब्यूरो की ओर लगातार छापेमारी की जा रही है. भ्रष्टाचारियों पर एक के बाद एक चोट किया जा रहा है. ताजा मामला बालू के अवैध खनन मामले में खान एवं भू तत्व विभाग के उप निदेशक सुरेंद्र प्रसाद सिन्हा का है. आर्थिक अपराध इकाई की टीम ने सोमवार की सुबह इनके तीन ठिकानों पर धावा बोला है. उनके पटना सहित औरंगाबाद स्थित आवास के साथ सचिवालय स्थित उनके सरकारी कार्यालय की भी तलाशी ली जा रही है.
अब तक की जानकारी के अनुसार सुरेंद्र प्रसाद सिन्हा औरंगाबाद में पैतृक आवास न्यू एरिया योद्धा बिगहा, रूपसपुर स्थित वेदनगर के किराये के मकान एवं सचिवालय स्थित कार्यालय में तलाशी ली जा रही है. इस टीम में कई पदाधिकारी और पुलिस कर्मी शामिल है. जिला मुख्यालय के न्यू एरिया योद्धा बीघा में उनका अपना मकान है. यहां मकान पर टीम सुबह पहुंची और छापेमारी में कर रही है.
बताया जा रहा है कि सुरेंद्र प्रसाद सिन्हा के पटना सहित औरंगाबाद स्थित आवास के साथ सचिवालय स्थित उनके सरकारी कार्यालय से बड़ी संख्या में आय से अधिक संपत्ति का पता चला है. हालांकि अब तक पूरी संपत्ति का मूल्याकंन नहीं हुआ है, लेकिन वो कई करोड़ में बतायी जा रही है.
पटना कार्यालय विकास भवन, रूपसपुर थाना क्षेत्र के वेदनगर में किराए के मकान में भी छापोमारी के दौरान कई दस्तावेज मिले हैं. तीन जगहों पर टीम ने छापेमारी की और जांच जारी है. उन पर आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने का आरोप है और आर्थिक अपराध इकाई की टीम गहनता से अभी भी छापेमारी कर रही है. इनकी 2006 में खनिज विभाग पदाधिकारी के लोक सेवक के रूप में तैनाती हुई थी.