पटना. इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान (आइजीआइएमएस) में ब्लैक फंगस से एक मरीज की मौत हो गयी. आंख के नीचे काला व नाक में फंगस होने के बाद परिजन आइजीआइएमएस लेकर आये थे. जहां गंभीर हालत में उसे भर्ती किया गया था. चार दिन इलाज चला लेकिन तबीयत में सुधार नहीं हुआ और अंत में बुधवार की दोपहर में मौत हो गयी.
वहीं ब्लैक फंगस के कुल 28 नये मरीज आइजीआइएमएस में पहुंचे. इनमें 24 मरीज जो हल्के लक्षण के थे उन्हें दवा व इंजेक्शन देकर घर भेज दिया गया. जबकि पांच गंभीर मरीजों को भर्ती किया गया. इसके साथ ही आइजीआइएमएस में ब्लैक फंगस से भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या 99 से बढ़कर 105 हो गयी है. संस्थान में अब तक सात मरीजों की मौत ब्लैक फंगस से हो चुकी है.
कोरोना के बाद अब म्यूकरमाइकोसिस के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. जिसको देखते हुए स्वास्थ्य विभाग अलर्ट है. विभाग के निर्देश पर अब आइजीआइएमएस में ब्लैक फंगस के उपचार के लिए ओपीडी सेवा शुरू करने का निर्णय लिया गया है.
इसके बारे में जानकारी देते हुए आइजीआइएमएस के मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ मनीष मंडल ने बताया कि गुरुवार से ओपीडी शुरू कर दी जायेगी, इसमें इएनटी विभाग, मेडिसिन, नेत्र रोग विभाग, शिशु रोग के अलावा अन्य डॉक्टरों की टीम मरीजों का इलाज करेंगे. ओपीडी में आने वाले मरीजों की स्थिति को देखते हुए संबंधित डॉक्टर आगे इलाज का निर्णय लेंगे.
अगर मरीज की हालत गंभीर है और भर्ती लायक है तो उसे डॉक्टर तुरंत फंगस वार्ड में भर्ती होने के लिए रेफर करेंगे. वहीं मरीज में सामान्य लक्षण पाये गये तो तुरंत इलाज व दवा देकर घर भेज दिया जायेगा. साथ ही ओपीडी के डॉक्टर आने वाले सभी मरीजों को फंगस को लेकर जागरूक भी करेंगे.
बुधवार को पीएमसीएच में फंगस के मरीजों के लिए 70 बेड का वार्ड शुरू किया गया है. पहले दिन दो मरीजों को भर्ती किया गया है. यह जानकारी अस्पताल के अधीक्षक डॉ आइएस ठाकुर ने दिया है. उन्होंने बताया कि जल्द ही अब ऑपरेशन की कवायद भी शुरू कर दी जायेगी.
Posted by Ashish Jha