सारण में चल रहे भूमि सर्वेक्षण के कार्य में अप्रत्याशित तेजी आ गयी है. अचानक आयी तेजी से अधिकारी भी गदगद है. दरअसल 1600 गांव में शिविर लगाए जाने के बाद जमीन मालिकों के कागजात जमा किए जा रहे हैं. बीते 10 सितंबर तक स्थिति काफी खराब थी. अब स्थिति में सुधार हो गयी है. हर अंचल में कागजात जमा करने की होड़ मच गयी है. अधिकारियों के अनुसार एक लाख से अधिक प्रपत्र 2 के आवेदन आ गए हैं. हालांकि यह संख्या 50 फ़ीसदी ही बताई जा रही है मतलब की अभी और 50 फीसदी आनी शेष है. लोगों से अपील की गई है कि जल्द से जल्द जमा करें समय बीत जाने पर पछताना पड़ेगा.
रिकॉर्ड रूम में भीड़ हुई कम
रिकॉर्ड रूम से खतियान प्राप्त करने वाले आवेदक की संख्या में पहले की अपेक्षा काफी कम हो गई है. यानी कि जितने लोगों को इसकी जरूरत थी वह लगभग निकल चुके हैं और अभी भी जिनको जरूरत है वह अपना नकल निकाल रहे हैं. प्रतिदिन 50 से 100 आवेदन आ रहे हैं जबकि पहले 1500 से 2000 प्रतिदिन आवेदन आ रहे थे. हालांकि 40 से 50 फ़ीसदी डिस्पोजल प्रतिदिन हो रहा है क्योंकि नकल देने की प्रक्रिया काफी पेचीदगी भरी होती है ऐसे में थोड़ी परेशानी हो रही है. नकल देने के लिए खतियान या फिर कागजात को फोटो स्टेट या स्कैनर से गुजरना पड़ता है. इसमें समय लगता है.
जिले के राजस्व ग्राम की स्थिति
जिले में राजस्व ग्रामों की संख्या 1804 है. लेकिन फिलहाल 1600 राजस्व ग्राम के लिए सर्वे चल रहा है. 204 गांव का सर्वे अभी नहीं हो रहा है. इनमें 90 नगर निकाय में है और 114 और असर्वेक्षित भूमि के तहत है. इन गांव में अभी सर्वेक्षण का कार्य नहीं होगा इसके लिए विशेष तिथियां निर्धारित होंगे जिसमें नए सिरे इनका सर्वेक्षण का कार्य होगा. 100 से अधिक पुराने मौजा का कंप्यूटराइजेशन भी हो चुका है. प्रपत्र 5 के तहत इनका लेखन कार्य चल रहा है. मौजा की प्रक्रिया पूरी होने के बाद किश्तवार यानी खाता खेसरा के हिसाब से लेखन होगा.
345 कर्मियों को दी गयी कैथी लिपि की ट्रेनिंग
भूमि सर्वेक्षण कार्य को बेहतर ढंग से पूरा करने के लिए 345 सर्वेक्षण कर्मियों को कैथी लिपि की ट्रेनिंग दी गई है. दिन में 315 अमीन और 30 कानूनगो शामिल है. उनकी ट्रेनिंग पूरी हो चुकी है और अब इन्हें मौज और खाता खेसरा लेखन में लगाया जाएगा.
समय रहते सहेज लें संपत्ति – जिला बंदोबस्त पदाधिकारी
जिले के सहायक जिला बंदोबस्त पदाधिकारी इंद्रासन साह ने बताया कि भूमि सर्वे को लेकर लोगों में जागरूकता आई है. लेकिन अभी भी 50 फ़ीसदी लोग ही प्रपत्र दो जमा कर पाए हैं. यह एक समयबद्ध कार्यक्रम है ऐसे में यदि समय समाप्त हो जाता है तब परेशानी बढ़ेगी. इसलिए समय रहते लोग अपने संपत्ति को सहेज लें. प्रपत्र दो जमा करें और अन्य प्रक्रियाओं में भाग ले.