लेन-देन विवाद में चली गोली
गोली की आवाज सुन कर लोग जुटे पांच राउंड चली गोली घटनास्थल से खोखा बरामद प्राथमिकी दर्ज, आरोपी फरार एक दशक पूर्व खुड़ानिया के घर डाका डाल कर अपराधियों ने लूट ली थी लाखों की संपत्ति अररिया : सोमवार को अररिया आरएस बाजार के बड़े व्यापारियों में शुमार बासुदेव खुड़ानिया पर उनके आवासीय परिसर में […]
गोली की आवाज सुन कर लोग जुटे
पांच राउंड चली गोली घटनास्थल से खोखा बरामद
प्राथमिकी दर्ज, आरोपी फरार
एक दशक पूर्व खुड़ानिया के घर डाका डाल कर अपराधियों ने लूट ली थी लाखों की संपत्ति
अररिया : सोमवार को अररिया आरएस बाजार के बड़े व्यापारियों में शुमार बासुदेव खुड़ानिया पर उनके आवासीय परिसर में नामजद कैलाश अग्रवाल ने हत्या की नीयत से गोली चला दी. हालांकि खुड़ानिया बाल-बाल बच गये. गोली की आवाज सुनकर लोगों की भीड़ जुट गयी. नामजद आरोपी कैलाश अग्रवाल मौके से फरार हो गये. सूचना पर अररिया आरएस ओपी अध्यक्ष प्रशांत कुमार घटना स्थल पर पहुंच कर घटना का जायजा लिया. पांच राउंड गोली चलने की बात कही जा रही है.
घटनास्थल से एक खोखा भी बरामद किया गया है. व्यवसायी बासुदेव खुड़ानिया के आवेदन पर प्राथमिकी दर्ज कर ली गयी है. जानकारी अनुसार बासुदेव खुड़ानिया व कैलाश अग्रवाल बिजनेस पार्टनर हैं. हिसाब-किताब को ले दोनों पक्षों में पूर्व से तनाव बना हुआ था. घटनास्थल पर मिली जानकारी के मुताबिक सोमवार की सुबह लगभग नौ बजे कैलाश अग्रवाल अपने लाइसेंसी पिस्टल के साथ बासुदेव खोड़ानिया के घर आये. बातचीत के क्रम में परिसर में ही कैलाश अग्रवाल ने गोली चला दी. गोली से बचते हुए बासुदेव खोड़ानिया ने कैलाश अग्रवाल को पकड़ लिया. जिससे सभी गोली जमीन में जा धंसी. गोली की आवाज सुनकर जुटते लोगों को देख कैलाश अग्रवाल फरार हो गये. इधर गोली की आवाज सुनकर आस-पास के लोगों ने समझा कि खुड़ानिया के घर अपराधियों ने धावा बोल दिया है. एक दशक पूर्व खुड़ानिया के घर डाका डाल कर अपराधियों ने लाखों की संपत्ति लूट ली थी. इसके बाद से उन्होंने जयपुर में अपने व्यापार को शिफ्ट कर लिया है.
कैलाश अग्रवाल पर प्राथमिकी
आपसी लेन-देन में चली गोली को लेकर अररिया आरएस ओपी अध्यक्ष प्रशांत कुमार ने बताया कि पीड़ित बासुदेव खोड़ानिया के बयान पर कांड अंकित किया गया है. मामले में कैलाश अग्रवाल को नामजद किया गया है. पांच राउंड गोली चलाने की बात कही गयी है. विलास सहनी व रतन अग्रवाल को चश्मदीद गवाह बनाया गया है. नामजद अभियुक्त फरार हो गया. गोली क्यों चलायी गयी इसका खुलासा पीड़ित द्वारा नहीं किया गया है.