अररियाः जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह डीएम अजय कुमार चौधरी ने गुरुवार की शाम आयोजित बैठक में व्यय नियंत्रण कोषांग व इसके तहत कार्यरत विभिन्न कमेटियों के काम की समीक्षा की़. इसी क्रम में उन्होंने व्यय नियंत्रण कोषांग को चुस्त दुरूस्त बनाने निर्देश देते हुए कहा कि मामूली चूक व लापरवाही के लिए बड़ा खमियाजा भुगतना पड़ सकता है़.
बैठक के दौरान व्यय नियंत्रण कोषांग के काम काज की समीक्षा के साथ एमसएमसी, वीडियो सर्वेलेंस टीम, वीडियो अवलोकन टीम, एकाउंटिंग टीम के सदस्यों को उनके कार्यो की अधिकारियों ने जानकारी दी. चुनावी खर्च पर निगाह रखने की सख्त हिदायत देते हुए कहा गया कि अनुमति सेल से सभा, वाहन, जुलूस व प्रचार आदि के परमिशन मिलने की सूचना मिलते ही सारी टीमों को अपने अपने काम पर लग जाना होगा़. प्रतिनियुक्त कर्मचारियों व अधिकारियों को अपने स्तर से भी सूचना हासिल कर आवश्यक कार्रवाई करनी होगी़ बताया गया कि चुनाव में खर्च की अधिकतम सीमा बढ़ा कर 70 लाख कर दी गयी है़. पर ये राशि मतदाताओं को अवैध रूप से प्रलोभन देने के लिये खर्च नहीं की जा सकती है़.
इस पर भी निगाह रखना होगा़. इसके साथ ही नामांकन के दिन भी प्रत्याशियों के खर्च पर पैनी निगाह रखनी होगा़. नामांकन के बाद से हर तीसरे दिन प्रत्याशियों के चुनावी खर्च का मिलान आवश्यक है़. बताया गया कि प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में एक एक सहायक व्यय प्रेक्षक भी तैनात किये गये हैं. ये सभी बैंक अधिकारी हैं. प्रतिदिन व्यय संबंधी रिपोर्ट चुनाव आयोग के व्यय प्रेक्षक को ये सहायक व्यय प्रेक्षक देंग़े. ये सभी व्यय प्रेक्षक के निर्देशों का पालन करेंग़े बैठक में आदर्श आचार संहित उल्लंघन के तहत दर्ज मामलों की भी समीक्षा की गयी़. इस क्रम में डीएम ने नरपतगंज क्षेत्र में एक भी मामला दर्ज नहीं होने पर हैरानी भी जतायी़ बैठक में एडीएम मुनि लाल जमादार, डीडीसी अरशद अजीज, एसडीओ संजय कुमार व सुभाष नारायण, डीसीएलआर विकास कुमार व्यय नियंत्रण कोषांग के प्रभारी पदाधिकारी, सीडीपीओ, अंचल निरीक्षक, एलडीएम डीके सिन्हा के अलावा संजीव कुमार, प्रवीण श्रीवास्तव सहित सभी सहायक व्यय प्रेक्षक भी मौजूद थ़े.