अपना चुनाव समझ सहयोग करेगा नेपाल
अररियाः पडोसी देश नेपाल के प्रशासनिक व पुलिस अधिकारियों ने भरोसा दिलाया है कि भारत में होने वाले संसदीय चुनाव को अपने देश का चुनाव समझते हुए नेपाल प्रशासन शांतिपूर्ण चुनाव कराने में जिला प्रशासन को हर संभव सहयोग देगा. चुनाव के मद्देनजर दोनों देशों में छुपे एक-दूसरे देश के अपराधियों की धरपकड. भी होगी. […]
अररियाः पडोसी देश नेपाल के प्रशासनिक व पुलिस अधिकारियों ने भरोसा दिलाया है कि भारत में होने वाले संसदीय चुनाव को अपने देश का चुनाव समझते हुए नेपाल प्रशासन शांतिपूर्ण चुनाव कराने में जिला प्रशासन को हर संभव सहयोग देगा. चुनाव के मद्देनजर दोनों देशों में छुपे एक-दूसरे देश के अपराधियों की धरपकड. भी होगी. सभी संभावित आपराधिक गतिविधियों पर विशेष नजर रखी जायेगी. चुनाव में इस तरह के आपसी सहयोग की बात शुक्रवार को बथनाहा एसएसबी कैंप में भारत-नेपाल के अधिकारियों की समन्वय समिति की बैठक में सामने आयी.
बैठक की अघ्यक्षता करते हुए डीएम अजय कुमार चौधरी ने फुलकाहा थाना क्षेत्र भ्रमण के अनुभव का हवाला देते हुए कहा कि मवेशियों की तस्करी व दोनों देशों के बीच नो मैंस लैंड पर अवैध निर्माण को रोकना जरूरी है. वरना यह एक बडी समस्या का रूप ले लेगा. वहीं मोरंग, नेपाल के सीडीओ द्वारा भारत नेपाल के बीच रोटी-बेटी का संबंध होने की बात कहे जाने पर आभार व्यक्त करते हुए डीएम ने कहा कि इस रिश्ते की लाज रखने के लिए जरूरी है कि महिला व्यापार या महिलाओं के साथ अमर्यादित व्यवहार पर अंकुश लगे अपराधियों को इसकी कतई इजाजत नहीं दी जा सकती है कि वे हमारी बेटियों को नजर उठा कर भी देख सकें. इसके लिए दोनों देशों की साझा पहल की जरूरत है.
अन्य समस्याओं का उल्लेख करते हुए डीएम ने कहा कि चुनाव के पूर्व एक-दूसरे के पड.ोसी देश में छुप कर रहने वाले अपराधी ठीक चुनाव के समय सीमा क्षेत्र के बूथों पर सक्रिय हो जाते हैं. शांतिपूर्ण मतदान को चुनौती देने लगते हैं. लिहाजा ऐसे आपराधिक गतिविधियों पर खास नजर रखनी होगी. उन्होंने कहा कि फुलकाहा से लेकर सिकटी तक भारत-नेपाल सीमा के आठ थाना क्षेत्रों में सीलिंग प्वाइंट बनाये गये हैं. इसी प्रकार सुपौल, मधेपुरा, पूर्णिया व किशनगंज जिला सीमा के थाना क्षेत्रों में भी सीलिंग प्वाइंट चिह्न्ति किये गये हैं. चुनाव के दौरान इन पर गहरी नजर रखनी होगी. नेपाल प्रशासन व पुलिस का भी सहयोग आवश्यक है, ताकि अपराधी घुस न पायें.
विभिन्न खुफिया सूत्रों से मिली सूचना के हवाले से डीएम ने बताया कि नेपाल में लगभग चार दर्जन वांछित अपराधी छुपे हुए हैं. वहीं नेपाल के पुलिस अधिकारियों ने भी कहा कि बहुत सारे नेपाल के अपराधी भी भारत में छुपे हुए हैं. तय पाया कि दोनों देशों के प्रशासनिक व पुलिस अधिकारी इन अपराधियों की धरपकड. व एक दूसरे देशों को सौंपने के लिए राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय कानूनों व संधियों के अनुरूप कार्रवाई करेंगें. बैठक के दौरान एसपी विजय कुमार वर्मा ने नेपाल सीमा पर तैनात एसएसबी के विभिन्न बटालियनों के काम काज की सराहना की.
सूचना साझा करने व आवश्यक सहयोग के लिए नेपाल प्रशासन, पुलिस व अद्र्घसैनिक बलों का भी आभार जताया. बैठक में एसपी के अलावा सीएस डॉ बीके ठाकुर द्वारा भारत से तस्करी कर नेपाल भेजे जाने वाले कोरेक्स व फेंसिड्रिल जैसी दवाओं पर चिंता जताते हुए नेपाल में इसकी अवैध बिक्री पर नजर रखने का आग्रह किया. इस मामले में भी नेपाल प्रशासन ने सहयोग का वादा किया. बैठक में फारबिसगंज एसडीओ सुभाष नारायण, फारबिसगंज के एसडीपीओ, एसएसबी के विभिन्न बटालियनों के कमांडेंट, एडीपीआरओ गुप्तेश्वर कुमार व अन्य अधिकारियों के अलावा मोरंग के सीडीओ गणोश राज कार्की, सुनसरी सीडीओ चंदेश्वर पोखरेल, मारंग एसपी श्विराज पोखरेल, सुनसरी एसपी मसूद आलम खान, मारंग के सहायक सीडीओ प्रेम प्रसाद लुइटेल, रानी के एपीएफ एसपी कुल बहादुर नेमबांग, टांकी के एपीएफ डीएसपी सुभाष भंडारी, सुनसरी के एपीएफ एसपी कृष्ण राज पाठक व मोरंग के एनआइडी एसपी धर्मराज बराल सहित नेपाल के अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे.