दिशा की बैठक . सांसद ने शिक्षा व्यवस्था पर जतायी चिंता
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बंद हो शिक्षकों का प्रतिनियोजन
दिशा की बैठक . सांसद ने शिक्षा व्यवस्था पर जतायी चिंता डीआरडीए में सांसद मो तसलीमुद्दीन की अध्यक्षता में दिशा की बैठक हुई. बैठक में शिक्षा व चिकित्सा व्यवस्था पर चर्चा हुई. अररिया : शनिवार को डीआरडीए सभा भवन में हुई दिशा की बैठक की अध्यक्षता करते हुए सांसद मो तसलीमुद्दीन ने जिले में शिक्षा […]
डीआरडीए में सांसद मो तसलीमुद्दीन की अध्यक्षता में दिशा की बैठक हुई. बैठक में शिक्षा व चिकित्सा व्यवस्था पर चर्चा हुई.
अररिया : शनिवार को डीआरडीए सभा भवन में हुई दिशा की बैठक की अध्यक्षता करते हुए सांसद मो तसलीमुद्दीन ने जिले में शिक्षा व्यवस्था की कथित बदहाली पर चिंता जतायी. साथ ही सांसद के अलावा अररिया के विधायक आबिदुर्रहमान ने शहर के आसपास के क्षेत्र में प्रैक्टिस करने वाले कुछ चिकित्सकों का नाम लेकर उन्हें फर्जी करार दिया. उनके खिलाफ आवश्यक कार्रवाई की जरूरत बतायी. बैठक में शिक्षा विभाग की समीक्षा करते हुए सांसद ने कहा कि बहुत सारे स्कूलों में न तो शिक्षक हैं, न ही पढ़ाई होती है. पर विभागीय अधिकारी कुछ करने को तैयार नहीं हैं. इसी क्रम में उन्होंने उच्च विद्यालयों में शिक्षक बहाली के नाम पर आर्थिक शोषण के बाबत मिली शिकायतों पर चिंता व नाराजगी जताते हुए कहा कि डीएम का चाहिए कि वे बहाली प्रक्रिया पर नजर रखें. जांच होनी चाहिए.
डीएम हिमांशु शर्मा ने जानकारी देते हुए कहा कि सभी नियोजन इकाई स्वायत्त हैं. डीएम का सीधा हस्तक्षेप नहीं है. पर गड़बड़ी की शिकायत मिलने पर वे जांच कर आवश्यक कार्रवाई करते हैं. बैठक के दौरान विधायक श्री रहमान ने शिक्षकों के प्रतिनियोजन पर गहरी नाराजगी जताते हुए इस सिलसिले पर लगाम लगाने का मुद्दा उठाया. उन्होंने जिला शिक्षा पदाधिकारियों से कुछ फर्जी मदरसों की जांच कर आवश्यक कार्रवाई को भी कहा. इसी क्रम में डीएम ने कहा कि सभी प्रतिनियोजन रद्द कर दिये जायें. बहुत विषम परिस्थिति में ही प्रतिनियोजन की अनुमति दी जाये. बैठक में उपस्थित कुछ सदस्यों की मांग पर डीएम ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों को नरपतगंज के पथराहा, घुरना, बबुआन आदि के विद्यालयों की जांच कर व्यवस्था ठीक करने का निर्देश दिया. बैठक में विधायक श्री रहमान ने सदर अस्पताल में साफ सफाई की व्यवस्था पर चिंता जतायी. वहीं विधायक व सांसद के अलावा कुछ अन्य सदस्यों ने हड्डी रोग विशेषज्ञ, स्त्री रोग विशेषज्ञ आदि की कमी पर खासी चिंता जतायी. विधायक ने कहा कि सदर अस्पताल में पिछले छह माह से एक भी ऑपरेशन नहीं होना, व एक्सरे सुविधा बंद रहना गंभीर बात है.
वहीं सीएस डा एनके ओझा ने अपना पक्ष रखते हुए कहा कि जिले में एक भी स्त्री रोग व हड्डी विशेषज्ञ का पदस्थापन नहीं है. दोनों महिला चिकित्सक की पोस्टिंग सरकार ने फारबिसगंज अस्पताल में कर दिया है. डीएम ने भी कहा कि डाक्टरों की कमी एक बड़ी समस्या है.पर सीएस व उनकी टीम स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर करने के लिए काफी प्रयास कर रहे हैं.
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