तीन दिनों से शवों की रखवाली कर रही पुलिस
अज्ञात तीनों शवों की नहीं हो पायी पहचान, पुलिस परेशान मंगलवार को पहचान नहीं होने के बाद भी होगा अंतिम संस्कार सड़क दुर्घटना में दो व नदी में मिले एक लाश परिजन के इंतजार में सुरक्षित रानीगंज : पिछले तीन दिनों से रानीगंज पुलिस तीन अज्ञात शव की रखवाली कर रहा है. पोस्टमार्टम के बाद […]
अज्ञात तीनों शवों की नहीं हो पायी पहचान, पुलिस परेशान
मंगलवार को पहचान नहीं होने के बाद भी होगा अंतिम संस्कार
सड़क दुर्घटना में दो व नदी में मिले एक लाश परिजन के इंतजार में सुरक्षित
रानीगंज : पिछले तीन दिनों से रानीगंज पुलिस तीन अज्ञात शव की रखवाली कर रहा है. पोस्टमार्टम के बाद परिजन के इंतजार में तीन दिनों से शव सदर अस्पताल अररिया के संबंधित गृह में सुरक्षित रखा हुआ है. हालांकि शव की रखवाली को लेकर पुलिस कर्मी समुचित व्यवस्था के अभाव में बेहद परेशान हैं. लेकिन कर्तव्य बोध व मानवता के बीच पुलिस कर्मी भी परेशानी को भुला कर अपनी ड्यूटी का निर्वहन करने में लगे हैं. लगातार प्रयासरत रहने के बावजूद भी अब तक तीनों शव की पहचान नहीं हो पायी है.
नतिजतन गरमी में सीमित संसाधन के बीच शव को सुरक्षित रख पाना अब पुलिस के लिए कठीन होता जा रहा है. शनिवार से ही चौकीदार सुबोध कुमार पासवान, छुतहरू ठाकुर, शिव नारायण पासवान व सियाराम पासवान पोस्टमार्टम गृह के समीप तीनों शव की रखवाली के लिए प्रतिनियुक्त हैं. मंगलवार को शव के अंतिम संस्कार को लेकर अंतिम निर्णय ले लिया जायेगा.
मालूम हो कि शनिवार को बड़हरा गांव के समीप सड़क दुर्घटना में एक युवक व एक महिला की मौके पर ही मौत हो गयी थी. वहीं पांच अन्य व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गये थे. रविवार को इलाज के दौरान घायलों में शामिल दो और व्यक्ति की मौत कटिहार मेडिकल कॉलेज में हो गया था. कुल चार मृतकों में से एक युवक व एक अधेड़ व्यक्ति का शव पोस्टमार्टम के बाद परिजन ले गये. लेकिन इस घटना में दो अन्य मृतकों की पहचान अब तक नहीं हो पायी है. इसमें एक युवक व एक महिला का शव शामिल है. वहीं शनिवार को ही बेलसरा गौठ गांव में एक बालक का शव बिलनियां नदी में ग्रामीणों को मिला था. संबंधित शव भी पोस्टमार्टम के बाद पोस्टमार्टम गृह में पहचान के लिए सुरक्षित रखा गया है. नदी में बालक की लाश मिलने की घटना को लेकर थानाध्यक्ष किंग कुंदन ने स्वलिखित बयान पर यूडी से संबंधित प्राथमिकी दर्ज की है. बहरहाल तीन दिनों से शव की पहचान के लिए आसपास क्षेत्र के लोगों से संपर्क किया जा रहा है. लेकिन अब तक मायूसी का ही आलम बरकरार है.