पूर्व मुखिया हिरासत में

-बिचौलियागिरी व चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन का संदेह -चारपहिया वाहन जब्त -जांच के बाद होगी कानूनी कार्रवाई: एसपी अररियाः नगर थाना पुलिस ने गुरुवार को एक चारपहिया जब्त करने के साथ ही एक पूर्व मुखिया को हिरासत में लिया है. वाहन से कृषि अनुदान राशि से संबंधित दर्जन भर फाइल व अन्य कागजात भी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 4, 2014 6:26 AM

-बिचौलियागिरी व चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन का संदेह

-चारपहिया वाहन जब्त

-जांच के बाद होगी कानूनी कार्रवाई: एसपी

अररियाः नगर थाना पुलिस ने गुरुवार को एक चारपहिया जब्त करने के साथ ही एक पूर्व मुखिया को हिरासत में लिया है. वाहन से कृषि अनुदान राशि से संबंधित दर्जन भर फाइल व अन्य कागजात भी बरामद किया गया. कार्रवाई के बाद आदर्श आचार संहिता कोषांग के प्रभारी पदाधिकारी गोपाल कृष्णन ने नगर थाना आ कर मामले की जानकारी ली.

मिली जानकारी अनुसार जोकीहाट प्रखंड अंतर्गत ग्राम पंचायत महलगांव के पूर्व मुखिया संजय यादव एक महिला रानी मेहता के साथ फारबिसगंज की ओर जा रहे थे. टॉल टैक्स के नजदीक पुलिस वाहनों की जांच कर रही थी. इस क्रम में जब्त बोलेरो संख्या बीआर 38 ए 3838 में कृषि विभाग से संबंधित व किसानों को दी जाने वाली अनुदान राशि संबंधित कागज, गिरजा ट्रेडर्स नाम के संस्था का बिल बुक सहित लगभग 50 किसानों के नाम अनुदान राशि वाला फॉर्म बरामद किया गया. सबसे अहम कि जब्त फॉर्म में अररिया जिला उद्यान पदाधिकारी का हस्ताक्षर है. सुपौल जिला के उद्यान पदाधिकारी का फॉर्म भी बरामद किया गया. हालांकि सुपौल जिला वाला फॉर्म भरा हुआ नहीं था.

हिरासत में लिये गये संजय यादव का कहना था कि वे सेल टैक्स कार्यालय फारबिसगंज जा रहे थे. जहां इन कागजों की जांच होनी थी. इसी बीच पुलिस ने वाहन सहित उन्हें नगर थाना ले आयी. कार्रवाई को लेकर तरह-तरह के कयास लगाये जा रहे हैं. लोगों का कहना है कि चुनाव के मद्देनजर वे किसी खास प्रत्याशी के पक्ष में किसानों को लुभाने के प्रयास में जा रहे थे. दूसरा तर्क यह भी दिया जा रहा था कि कृषि विभाग व किसानों के बीच बिचौलियागिरी करने का मामला हो सकता है. एसपी विजय कुमार वर्मा ने बताया कि संजय यादव व जब्त बोलेरो के चालक बसंत कुमार पिता राम प्रसाद ततमा गांव लहना थाना अररिया को हिरासत में लिया गया है. बरामद कागजों की छानबीन की जा रही है. छानबीन के बाद कानूनी कार्रवाई होगी. यह मामला आदर्श आचार संहिता के तहत भी आ सकता है और बिचौलियागिरी कर धन उगाही का मामला भी हो सकता है.हालांकि रानी मेहता नामक महिला थाना परिसर से फरार हो गयी.

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