प्रखंडों का मुख्यालय से संपर्क भंग

बाढ़ का कहर. 15 लाख से अधिक की आबादी प्रभावित, पीड़ितों की बढ़ रही है परेशानी जिले में आयी बाढ़ से 15 लाख से अधिक की आबादी प्रभावित है. नौ में से सात प्रखंडों में बाढ़ ने जम कर तबाही मचायी है. अचानक आयी बाढ़ से किशनंगज सहित अन्य समीपवर्ती क्षेत्रों से जिले का संपर्क […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 17, 2017 5:48 AM

बाढ़ का कहर. 15 लाख से अधिक की आबादी प्रभावित, पीड़ितों की बढ़ रही है परेशानी

जिले में आयी बाढ़ से 15 लाख से अधिक की आबादी प्रभावित है. नौ में से सात प्रखंडों में बाढ़ ने जम कर तबाही मचायी है. अचानक आयी बाढ़ से किशनंगज सहित अन्य समीपवर्ती क्षेत्रों से जिले का संपर्क पूरी तरह भंग हो चुका है.
अररिया : बाढ़ से नौ में से पांच प्रखंड जिला मुख्यालय से पूरी तरह कट गये हैं. इससे प्रभावितों तक जरूरी मदद उपलब्ध करा पाना मुश्किल हो गया है. लोग जहां तहां उंचे स्थानों पर शरण लिये हुए हैं. बीते दो दिनों में जलस्तर में भारी कमी आयी है. इसके बाद भी नीचले इलाकों की स्थिति भयावह बनी हुई है. ग्रामीण इलाके ही नहीं बाढ़ की वजह से शहरी जनजीवन भी पूरी तरह अस्त-व्यस्त है. अररिया, फारबिसगंज, जोगबनी के नगरीय इलाका बाढ़ के कारण तबाह और बर्बाद हो चुका है. यहां की अधिकांश आबादी के लिए एनएच का किनारा आश्रय स्थली के रूप में तब्दील हो चुका है. लोग जैसे तैसे जीने को विवश हैं.
तीन चार दिनों से एक ही जगह पर बड़ी आबादी के ठहराव के कारण वहां की स्थिति नारकीय होते जा रही है. जहां तहां गंदगी का अंबार लगा है. इस कारण लोगों की सेहत प्रभावित होने लगी है. हालांकि जलस्तर में कमी के बाद जिला प्रशासन द्वारा चलाये जा रहे राहत व बचाव कार्य में तेजी आयी है. लेकिन अपने घर से पलायन कर हाइवे व अन्य स्थानों पर शरण लिये लोगों तक इसकी पहुंच बेहद सीमित है. इस कारण लोगों की मुश्किलें दिन ब दिन बढ़ते जा रही है.
बड़ी आबादी के एक ही जगह ठहराव के कारण स्थिति नारकीय

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