जिले में चल रहा है सघन टीबी खोज अभियान

अररिया : आरएनटीसीपी के तहत जिले में टीबी के नये रोगियों की खोज के लिए सघन्न खोज अभियान चलाया जा रहा है. नये रोगी मिल भी रहे हैं. तीन लाख से अधिक की आबादी तक पहुंचने का लक्ष्य तय किया गया है. अभियान 31 जुलाई तक चलेगा. वहीं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की मानें तो […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 6, 2017 4:10 AM

अररिया : आरएनटीसीपी के तहत जिले में टीबी के नये रोगियों की खोज के लिए सघन्न खोज अभियान चलाया जा रहा है. नये रोगी मिल भी रहे हैं. तीन लाख से अधिक की आबादी तक पहुंचने का लक्ष्य तय किया गया है. अभियान 31 जुलाई तक चलेगा. वहीं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की मानें तो पिछले कुछ सालों के दौरान चलाये गये अभियानों व कार्यक्रमों का सकारात्मक प्रभाव सामने आ रहा है. अब लोग टीबी रोग को छिपा नहीं रहे. खुद से जांच के लिए पहुंच रहे हैं. रोगी स्वास्थ्य भी हो रहे हैं.

जिला यक्षमा केंद्र से मिली जानकारी के अनुसार जिले की कुल आबादी के 10 प्रतिशत आबादी यानी तीन लाख 33 हजार के लिए सघन्न खोज अभियान शुरू किया गया है. अभियान के लिए जिले के उन क्षेत्रों का चयन किया गया है जो सुदूर है. स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता की कमी है. साफ सफाई पर समुचित ध्यान नहीं दिया जाता है.

700 नये टीबी रोगियों की हुई है पहचान : इसी क्रम में पूछे जाने पर सीडीओ डा एपी सिंह ने बताया कि जिले के स्वास्थ्य संबंधी आंकड़ों के आधार पर लक्षित आबादी के पांच प्रतिशत लोग संदिग्ध पाये जाने चाहिए. सभी संदिग्ध रोगियों के बलगम जांच के बाद पांच प्रतिशत लोगों में संक्रमण मिलना ही चाहिए. इस हिसाब से अभियान के दौरान तीन हजार से अधिक लोगों को संदिग्ध मान कर बलगम का नमूना लेकर स्वास्थ्य कर्मी नजदीकी पीएचसी में जांच करवायेंगे. 700 से अधिक मामले में बलगम जांच का परिणाम पॉजिटिव निकलने का अनुमान है. यानी अभियान के बाद लगभग 700 टीबी के नये रागियों के पहचान की उम्मीद है.
वहीं टीबी उन्मूलन के लिए वर्षों से चलाये जा रहे कार्यक्रमों के नतीजों के बाबत पूछे जाने पर डा सिंह ने कहा कि सैकड़ों की संख्या में नये रोगी हर साल मिल रहे हैं. खान पान, रहन सहन साफ सफाई पर ध्यान दिये बिना टीबी की रोक थाम मुश्किल है.

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