अररिया : जानकारी अनुसार कराये गये पूर्व सर्वे के आधार पर नप क्षेत्र में 15881 परिवार रह रहे हैं. जबकि होल्डिंग धारी परिवारों की संख्या लगभग 11300 बताया जा रहा है. नप द्वारा 60 हजार लोगों के बाढ़ प्रभावित होने के आंकड़े प्रस्तुत किये गये हैं. उनके अनुसार 15881 परिवार नप क्षेत्र में रह रहे हैं. इसके लिए पीएचएच को भी आधार माना जा रहा है.
पीएचएच कार्डधारियों की संख्या लगभग 14500 बताया जा रहा है. ऐसे परिस्थिति में राहत राशि का लाभ उन्हीं लाभुकों को प्राप्त होगा जो कि अररिया नप के स्थायी निवासी हैं. अगर उनका राशनकार्ड बन गया है तो उसे भी अवैध माना जा रहा है. हालांकि अंचल द्वारा जारी किये गये सर्वे के संयुक्त आदेश में ऐसी किसी बात पर चर्चा नहीं की गयी है कि किरायेदारों को राहत राशि नहीं दी जायेगी. या फिर इनका सर्वे नहीं किया जायेगा. साथ ही अब तक ऐसा कोई अधिकारिक बयान भी सामने नहीं आ रहा है
कि वर्षों से नप क्षेत्र में रह रहे किरायेदारों को राहत राशि नहीं दिया जाना है. लेकिन सर्वे टीम के सदस्यों को यह निर्देश अवश्य दिया गया है कि वे किरायेदार के सर्वे करने के बाद अभ्युक्ति कॉलम में किरायेदार जरूर लिखें. राहत राशि का भुगतान नप क्षेत्र में अवस्थित परिवार की संख्या के आधार पर किये जाने की बात गाहे-बगाहे कही जा रही है. बताया गया है कि एक ही पानी जिसके घर में प्रवेश किया है उसके भूस्वामी को राहत राशि जब प्रदान की जायेगी तो फिर उस घर में रहने वाले अन्य किरायेदारों को किस परिस्थिति में राहत राशि प्रदान की जायेगी. अगर ऐसा होता है तो नप क्षेत्र में परिवारों की संख्या में अप्रत्याशित वृद्धि होगी. जिसके आधार पर राहत राशि मुहैय्या कराना असंभव होगा.