राजनीतिक विरासत की निशानी है पगड़ी
अररिया : तसलीमउद्दीन के जन्म दिवस समारोह में उपस्थित लोगों व मंचासीन नेताओं की सहमति से विधायक सरफराज आलम को तसलीमउद्दीन का राजनैतिक वारिस घोषित किया गया. इस अवसर पर लोगों ने फूल माला पहना कर तालियों की गड़गड़ाहट से स्वीकृति दी. विधायक के छोटे भाई शाहनवाज आलम ने विधायक को लाल रंग की पगड़ी […]
अररिया : तसलीमउद्दीन के जन्म दिवस समारोह में उपस्थित लोगों व मंचासीन नेताओं की सहमति से विधायक सरफराज आलम को तसलीमउद्दीन का राजनैतिक वारिस घोषित किया गया. इस अवसर पर लोगों ने फूल माला पहना कर तालियों की गड़गड़ाहट से स्वीकृति दी. विधायक के छोटे भाई शाहनवाज आलम ने विधायक को लाल रंग की पगड़ी बांधी.
इस दौरान पूर्णिया जिप उपाध्यक्ष छोटू सिंह, एसके विमल, इंतखाब आलम बबलू, उसमान गनी, किशनगंज जिप अध्यक्ष के पति फैयाज आलम, पूर्व जिला पार्षद विजय झा, बीके ठाकुर, केएन विश्वास, सरोज भारती, गणेश अग्रवाल, बेचन झा, मुखिया संघ के जिलाध्यक्ष रामकृपाल विश्वास सहित हजारों लोग मौजूद थे. तस्लीमउद्दीन के जन्म दिवस समारोह में बोलते हुए राजद विधायक अनिल कुमार यादव ने कहा कि तस्लीमउद्दीन बेमिसाल थे. वे धर्मनिरपेक्षता के परचम को विपरीत राजनैतिक परिस्थितियों में भी फहराया. कभी जात नहीं, हमेशा जमात की व विकास की राजनीति करते रहे.
उन्होंने कहा कि लोगों ने आपको पगड़ी पहनायी है उम्मीदों के साथ. यह पगड़ी (जवाबदेही) कांटों से भरा होता है. कांटों के बीच ही गुलाब पैदा होता है, जिसकी खुशबू चहुंओर फैलती है, जो सबको पसंद है. उम्मीद है कि आप गुलाब जैसा खुशबू ही फैलायेंगे और सेकुलर ताकतों की मजबूती व विकास के लिए चाचा तस्लीम के पद चिह्नों पर चलेंगे.