तीन दिनों में जांच रिपोर्ट भेजने का निर्देश

-डीइओ भेजेंगे जांच रिपोर्ट -प्रमंडलीय समन्वयक की बैठक में लिया गया निर्णय अररियाः प्रमंडलीय समन्वय समिति की मंगलवार को हुई बैठक में डीइओ को जिले के पांच आरबीसी केंद्र व एनजीओ द्वारा संचालित तीन कस्तूरबा विद्यालय की जांच रिपोर्ट तीन दिनों के अंदर भेजने का निर्देश दिया गया है. उक्त जानकारी देते हुए डीपीओ माध्यमिक […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 1, 2014 5:45 AM

-डीइओ भेजेंगे जांच रिपोर्ट

-प्रमंडलीय समन्वयक की बैठक में लिया गया निर्णय

अररियाः प्रमंडलीय समन्वय समिति की मंगलवार को हुई बैठक में डीइओ को जिले के पांच आरबीसी केंद्र व एनजीओ द्वारा संचालित तीन कस्तूरबा विद्यालय की जांच रिपोर्ट तीन दिनों के अंदर भेजने का निर्देश दिया गया है. उक्त जानकारी देते हुए डीपीओ माध्यमिक सह प्रभारी डीइओ नंद किशोर राम ने बताया कि भरगामा स्थित अल जफर मेमोरियल एजुकेशन फेडरेशन किशनगंज द्वारा संचालित कस्तूरबा विद्यालय के एकरारनामा को रद्द कर दिया गया है.

इसके अलावा नरपतगंज प्रखंड के सोनापुर स्थित कस्तूरबा विद्यालय की रिपोर्ट पूर्व में भेजी गयी थी, जो किसी कारण से शिक्षा उप निदेशक कार्यालय तक नहीं पहुंच पायी है. पुन: इसके एकरारनामा को रद्द करने की भी अनुशंसा की जा रही है. सिकटी प्रखंड के बरदाहा स्थित कस्तूरबा विद्यालय का संचालन सही तरीके से नहीं किये जाने की शिकायत है. इनका भी एकरारनामा रद्द किया जायेगा. श्री राम ने बताया कि उत्क्रमित मध्य विद्यालय कोचगामा में संचालित आरबीसी केंद्र का निरीक्षण बुधवार का किया. निरीक्षण के दौरान मिला कि सरकार द्वारा प्रदत्त किसी भी तरह की सुविधा बच्चों को उपलब्ध नहीं करायी गयी थी. निरीक्षण के दौरान 50 बच्चों की जगह मात्र 30 बच्चे ही उपस्थित पाये गये.

बच्चों को कपड़ा, चप्पल, बिछावन उपलब्ध नहीं कराया गया था और न ही टीवी लगाया गया था. जेनेरेटर की सुविधा भी नहीं थी. उन्होंने कहा कि आरबीसी के मद में दी गयी राशि का दुरूपयोग किया जा रहा है. उत्क्रमित मध्य विद्यालय पुरैनी में लड़कियों के लिए आरबीसी केंद्र चलाया जा रहा है. यहां वार्डेन मनमाने ढंग से विद्यालय संचालित करते पायी गयी.

विद्यालय में 40 की उपस्थिति बनायी गयी थी पर निरीक्षण के दौरान मात्र 24 बच्ची ही उपस्थिति मिली. बच्चियों को कमरे में बंद कर कैद खाना की तरह रखा गया था जो मानवाधिकार का उल्लंघन है. इस विद्यालय में भी सुविधा नदारद थी. बच्चियों को पोशाक, चप्पल नहीं दिया गया था और न ही टीवी की सुविधा दी गयी थी. विद्यालय में जेनेरेटर की व्यवस्था भी नहीं थी. उन्होंने कहा कि इसे गंभीरता से लेते हुए संभाग प्रभारी को कड़ा निर्देश दिया है. श्री राम ने बताया कि आरबीसी केंद्र अब पेन और पेपर पर नहीं चलने दिया जायेगा. नियमों का उल्लंघन करने वालों पर विभागीय कार्रवाई की जायेगी. उन्होंने कहा सभी जांच प्रतिवेदन प्रमंडलीय आयुक्त तथा शिक्षा उपनिदेशक को भेजी जायेगा.

Next Article

Exit mobile version