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बिहार लोकसभा उपचुनाव : अररिया सीट से राजद के सरफराज आलम ने भरा नामांकन

अररिया : सीमांचल के अररिया से पूर्व राजद सांसद स्व. तस्लीमुद्दीन के बेटे और हाल में राजद में शामिल हुए सरफराज आलम ने लोकसभा चुनाव की अधिसूचना जारी होने के आज चौथे दिन बाद अपना नामांकन पत्र दाखिल किया. जानकारी के मुताबिक जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह डीएम हिमांशु शर्मा के कार्यालय कक्ष में सरफराज आलम […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 16, 2018 7:02 PM

अररिया : सीमांचल के अररिया से पूर्व राजद सांसद स्व. तस्लीमुद्दीन के बेटे और हाल में राजद में शामिल हुए सरफराज आलम ने लोकसभा चुनाव की अधिसूचना जारी होने के आज चौथे दिन बाद अपना नामांकन पत्र दाखिल किया. जानकारी के मुताबिक जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह डीएम हिमांशु शर्मा के कार्यालय कक्ष में सरफराज आलम ने नामांकन पत्र दाखिल किया. इस मौके पर पूरे कलेक्ट्रट परिसर में धारा 144 लगायी गयी थी और सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये गये थे. इस तरह राजद की ओर से अररिया सीट के लिए पहला नामांकन दाखिल किया गया. हालांकि, अभी तक एनडीए की ओर से किसी ने पर्चा दाखिल नहीं किया है.

नामांकन दाखिल करने के बाद सरफराज आलम ने कहा कि वह सीमांचल के हक की लड़ाई लड़ेंगे और उसका हक दिलवाएंगे. सरफराज ने कहा कि सीमांचल की इज्जत और विकास के लिए वह लगातार कोशिश करते रहेंगे. उन्होंनेकहा कि मैं अपने पिता मरहूम तस्लीमुद्दीन के बचे हुए सपने को साकार करने का काम करुंगा. मेरी प्राथमिकता इस इलाके में लंबित रेल परियोजना और महानंदा बेसिन योजना को साकार करना होगी.

मौके पर एआरओ सह डीडीसी रंजीता व एसडीओ संजय कुमार मौजूद थे. नामांकन दाखिल कर बाहर निकलने पर मो सरफराज आलम ने कहा कि दिवंगत पिता के सपनों को पूरा करना उनकी पहली प्राथमिकताओं में शामिल होगा. सीमांचल की बदहाली सहित महानंद बेसिन, रेलवे प्रोजेक्ट के अधूरे कार्यों को पूरा कराना व चुनाव में जीत के बाद सीमांचल में भाइचारगी के माहौल को बरकरार रखना उनकी प्राथमिकता में शामिल होगा. गौरतलब है कि मो सरफराज अपने पिता मो तस्लीमुद्दीन के निधन के बाद खाली हुए अररिया लोकसभा सीट पर पहली बार राजद के टिकट पर लोकसभा का चुनाव लड़ रहे हैं. इससे पहले वे जदयू कोटे से जोकीहाट के विधायक थे. लोकसभा उपचुनाव में अपनी दावेदारी पेश करने के लिए उन्होंने विधायक पद से इस्तीफा दे दिया. इसके बाद राजद उम्मीदवार के रूप में वे पहली बार अररिया लोकसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं. नामांकन के लिए वे चार चक्का वाहन से समाहरणालय परिसर पहुंचे. उनके साथ केसर्रा पंचायत के पूर्व मुखिया हरिश्चंद्र झा, अधिवक्ता अशोक कुमार मिश्रा व रफीक आलम थे. समाहरणालय परिसर व उसके बाहर सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किये गये थे.

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