चुनाव प्रचार थमा, डोर टू डोर जनसंपर्क कर रहे प्रत्याशी

चुनावी शोर थमा, सोशल मीडिया पर वार शुरू अररिया : लोकसभा उप चुनाव का प्रचार अभियान समाप्त हो गया. रविवार को लोग मतदान करेंगे. इस बीच शनिवार का वक्त उन्हें यह तय करना है कि वे अपना बहुमूल्य मतदान किसे देंगे. हालांकि मतदाताओं के मन बन चुके हैं कि उनका मत किसे जायेगा. इस बार […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 10, 2018 6:08 AM

चुनावी शोर थमा, सोशल मीडिया पर वार शुरू

अररिया : लोकसभा उप चुनाव का प्रचार अभियान समाप्त हो गया. रविवार को लोग मतदान करेंगे. इस बीच शनिवार का वक्त उन्हें यह तय करना है कि वे अपना बहुमूल्य मतदान किसे देंगे. हालांकि मतदाताओं के मन बन चुके हैं कि उनका मत किसे जायेगा. इस बार का प्रचार अभियान बहुत मायने में खास रहा. लोगों को डोर टू डोर मंत्रियों से लेकर पार्टी के दिग्गज नेता का दर्शन हुआ. अलग बात है कि जनता के मन में क्या चल रहा है यह कोई भी निकाल नहीं पाया.
किस पार्टी को जनादेश मिलेगा यह कहना भी मुश्किल है. क्योंकि मतदाता खामोश हैं. इस बीच मोबाइल वार भी तेज हो गया है. सोशल मीडिया पर प्रहार का दौर शुरू है. सोशल मीडिया पर चल रहे प्रचार अभियान पर आचार संहिता प्रभारियों की नजर जाती नहीं दिख रही है. सोशल मीडिया पर प्रचार का दौर कुछ इस कदर हावी है कि प्रत्याशियों के निजी जीवन पर कठाक्ष किये जा रहे हैं. पुराने-पुराने तस्वीरों को फेसबुक व व्हाट्सएप पर डाल कर प्रत्याशी समर्थक अपनी निजी राय व्यक्त कर रहे हैं. तीन मुख्य प्रत्याशी के निजी जीवन पर प्रहार के साथ उम्मीदवार समर्थक हद से नीचे तक गिर रहे हैं. वहीं अन्य चार प्रत्याशी के समर्थक भी गाहे-बगाहे सोशल मीडिया पर प्रचार करते दिख जा रहे हैं. सबसे ज्यादा वार चुनाव मैदान में उतरे दो प्रत्याशियों के समर्थकों के बीच चल रहा है.
स्थिति यह है कि सोशल मीडिया चलाना अब शरीफ लोगों के लिए मुश्किल होता जा रहा है. फेसबुक व व्हाट्सएप पर मतदाताओं को लुभाने का हर संभव प्रयास किया जा रहा है. पहले तो सोशल मीडिया पर निजी मुद्दों को जगह देकर वोट पर चोट देने की सलाह दी जा रही थी. लेकिन चुनाव की तारीख नजदीक आते ही स्थानीय मुद्दे हवा हो गये अब उम्मीदवार पर नीतिगत हमले शुरू हो गये हैं. इस बीच एक मुख्य मसला भी सोशल मीडिया पर छाया हुआ है. इसमें 11 मार्च को होने वाले दारोगा चयन परीक्षा को लेकर युवा मतदाताओं को मतदान से वंचित होता दिखाया जा रहा है.
चप्पे-चप्पे पर मुस्तैद रहेंगे जवान, अराजक तत्वों को झपक मारने की भी इजाजत नहीं
सुरक्षा की कमान संभालेंगे 26 जिलों से आये 1734 पुलिस पदाधिकारी, 7268 डीएपी व 25 पारा मिलट्री फोर्स के जवान
अररिया : लोकसभा उप चुनाव को लेकर जिला प्रशासन पूरी तरह से सक्रिय है. अराजक तत्वों पर कार्रवाई के साथ-साथ उनकी हर गतिविधि पर भी नजर रखी जा रही है. पुलिस व पारा मिलिट्री के जवान जिले के विभिन्न थाना क्षेत्रों में फ्लैग मार्च निकाल कर भय मुक्त वातावरण में चुनाव संपन्न कराने को ले तत्पर हैं. वाहनों की सघन जांच अभियान भी बदस्तूर जारी है. जानकारी के अनुसार लोकसभा उप चुनाव को लेकर 26 जिले से 1734 पुलिस पदाधिकारी व 7268 डीएपी के जवान मंगाये गये हैं, जबकि आइटीबीपी के 06 कंपनी, एसएसबी के 08 कंपनी, बीएसएफ के 08 कंपनी व बीएमपी के 03 कंपनी कुल 25 कंपनी बुलाये गये हैं. जिसे जिले के 29 थाना क्षेत्र के लिए भेजा जा चुका है. चुनाव सुरक्षा की जिम्मेदारी निभा रहे जिला आपदा पदाधिकारी शंभु प्रसाद ने बताया कि पारा मिलिट्री फोर्स के विभिन्न टुकड़ियों को संवेदनशील व अति संवेदनशील बूथों के लिहाज से प्रतिनियुक्त किया गया है.
26 जिलों से 1734 पुलिस पदाधिकारी व 7268 पहुंचे हैं जवान : लोकसभा उप चुनाव को लेकर सबसे ज्यादा पदाधिकारी व जवान पटना से बुलाये गये हैं. यहां से 162 पुलिस पदाधिकारी जबकि 1275 जवान बुलाये गये हैं. जिन्हें नगर थाना अररिया क्षेत्र में रखा गया है. इसके बाद भागलपुर से 89 पुलिस पदाधिकारी व 426 जवान बुलाये गये हैं. इन्हें भी फिलहाल अररिया में रखा गया है. इसके बाद मोतीहारी से 91 पुलिस पदाधिकारी व 293 जवान, गोपालगंज से 46 पुलिस पदाधिकारी व 186 जवान, सारण छपरा से 91 पदाधिकारी व 293 जवान, सीवान से 64 पदाधिकारी 219 जवान सीटीए नाथनगर से 200 पदाधिकारी, नवगछिया से 27 पदाधिकारी व 132 जवान, खगड़िया से 35
पदाधिकारी व 141 जवान, मुंगेर से 49 पदाधिकारी व 267 जवान, बेगूसराय से 66 पदाधिकारी व 233 जवान, कटिहार से 57 पदाधिकारी व 322 जवान समेत लखीसराय, मधुबनी, बांका, पूर्णिया, मधेपुरा, दरभंगा, जमुई, सहरसा, मुज्जफरपुर, शेखपुरा, समस्तीपुर, सुपौल व वैशाली से बुलाये गये हैं पदाधिकारी व जवान.
पारा मिलिट्री फोर्स को किन थाना क्षेत्र में किया गया है मुस्तैद : लोकसभा उप चुनाव को लेकर जानकारी अनुसार बीएसएफ, आइटीबीपी, एसएसबी व बीएमपी के जवानों को जिले के 29 थाना क्षेत्रों में मुस्तैद किया गया है.

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