नरपतगंज : प्रखंड के पोसदाहा पंचायत अंतर्गत वार्ड संख्या 10 में मक्के की खेत से बेहोशी की हालत में मिली छात्रा का इलाज के दौरान पटना में मंगलवार की शाम मौत हो गयी. उसका पिछले दस दिनों से इलाज चल रहा था. उसका अंतिम संस्कार पटना में ही कर दिया गया. उसके घर में मातमी सन्नाटा पसरा है. वह इंटर की छात्रा थी. मौत की जानकारी जैसे ही घर में मिली तो गांव में सन्नाटा पसर गया. परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है. इलाज के दौरान छात्रा को होश नहीं आ पाया.
इसके कारण उसका बयान नहीं हो पाया. इससे छात्रा की मौत व उसके अपहरण की गुत्थी अनसुलझी पहेली बनी हुई है. अब भी उसकी मौत को लेकर ग्रामीण तरह-तरह के कयास लगा रहे हैं, जबकि पुलिस भी अनुसंधान और मृतका के पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है. अनुसंधानकर्ता की मानें तो पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही पता चल पायेगा कि मौत किन कारणों से हुई. मालूम हो कि 19 मार्च को पोसदाहा पंचायत के वार्ड संख्या 10 से इंटर की 15 वर्षीय जूली कुमारी का देर रात सोये अवस्था में अपहरण कर लिया गया था. इसको लेकर पीड़िता के
अपहरण के आरोपितों…
पिता रामचंद्र मेहता ने गांव के ही मनीष कुमार मेहता, पिता दीप नारायण मेहता सहित अन्य अज्ञात पर अपहरण की प्राथमिकी दर्ज करायी थी. हालांकि अपहरण के एक दिन बाद ही ग्रामीणों के सहयोग से नरपतगंज थाना पुलिस ने अपहृत छात्रा को बेहोशी की हालत में नहर से सटे मकई की खेत से बरामद किया था. इसके बाद बेहोशी की हालत में ही इलाज के लिए फारबिसगंज अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के बाद चिकित्सकों ने स्थिति गंभीर देखते हुए पूर्णिया रेफर कर दिया.
फिर वहां से पटना रेफर किया गया, जहां एक निजी नर्सिंग होम में लगातार 10 दिनों तक इलाज किया गया. मंगलवार की देर शाम छात्रा का मौत हो गयी. मामले के अनुसंधानकर्ता कामेश्वर शर्मा ने बताया कि अपहरण मामले को लेकर नरपतगंज थाने में मनीष कुमार मेहता, पिता दीप नारायण मेहता सहित अज्ञात पर प्राथमिकी दर्ज है. लड़की के अपहरण का मामला अब हत्या में तब्दील हो जायेगा. पोस्टमार्टम रिपोर्ट व अनुसंधान में सच्चाई सामने आ जायेगी. मामले में थानाध्यक्ष सुनील कुमार ने बताया कि इस कांड में नामजद अभियुक्त की गिरफ्तारी जल्द कर ली जायेगी.